वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
कुरुक्षेत्र, 24 जुलाई : शास्त्री नगर स्थित हरिओम मंदिर में श्रीशिव महापुराण कथा के तीसरे दिन बुधवार को कथावाचक पंडित अरूण मिश्रा ने कहा कि सत्कर्म करने के साथ मानव को अपने मोक्ष की तैयारी भी इसी जीवन में करना चाहिए। दान करने से मनुष्य पुण्य के मार्ग पर जाता है और पाप के धन का मार्ग अस्पताल की ओर जाता है। धन दान करने से बढ़ता है। पाप से कमाया धन विनाश की ओर ले जाता है। उन्होंने कहा कि धार्मिक कथाओं में जो जीवन जीने का पाठ पढ़ाया है, उसे आत्मसात कर मनुष्य अपना जीवन जीता है तो उसे किसी भी प्रकार के कठिन समय में भी परेशान नहीं होना पड़ता है। वह समय भी उसका हंसते खेलते गुजर जाता है। मानव की प्रवृति पर कहा कि मानव केवल अपना स्वार्थ देखता है और फिर दूसरों का कोई ध्यान नहीं देता, इसलिए उसका मन लोभ लालच में उलझता जाता है। इस अवसर पर संतोष छाबड़ा, रवि छाबड़ा, एमके खन्ना, रीना खन्ना, शांति देवी, श्याम लाल बंसल, यशबाला, माया देवी, दीप्ती, सतीश शर्मा, शमशेर, सविता मिश्रा, जितेंद्र शर्मा, वेद प्रकाश जेटली, सुभाष अरोड़ा, तरुण वधवा, बलदेव पुंज, विपिन गुप्ता, पवन गुप्ता, प्रवीण गोयल सहित कई श्रद्धालु मौजूद रहे। अंत में महाआरती कर प्रसाद वितरण भी किया।
श्रीशिव महापुराण कथा में पूजा करते यजमान।
कथा का श्रवण करते श्रद्धालु।