जननी सुरक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत 15 दिवस में 90 प्रतिशत भुगतान करना करें सुनिश्चित
आशा/एएनएम जिनका कार्य संतोषजनक नहीं है, उन्हें जारी किये जायें नोटिस
झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही किए जाने आदि के संबंध में दिए आवश्यक निर्देश
दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार की अध्यक्षता में आज स्वास्थ्य विभाग की जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक विकास भवन स्थित सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में नियमित टीकाकरण की समीक्षा की गयी, जिसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिथरी चैनपुर, यू०पी०एच०सी० नदौसी, पीरबहोड़ा, फरीदपुर एवं आंवला का टीकाकरण का प्रतिशत लक्ष्य के सापेक्ष कम पाया गया। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि आगामी जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक तक टीकाकरण 75 प्रतिशत से कम नहीं रहना चाहिये।
समीक्षा में वी०एच०एन०डी० मॉनिटरिंग डाटा में सिप्लिस एवं एच०आई०वी० की कम टेस्टिंग वाले ब्लॉकों को चेतावनी दी गई साथ ही किसी भी सी०एच०सी० एवं पी०एच०सी० की प्रगति शून्य होने पर सम्बन्धित के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।
पी०एम०एस०ए० कार्यक्रम के अन्तर्गत ब्लॉक भोजीपुरा की उपलब्धि कम होने पर चिकित्सा अधीक्षक के द्वारा अवगत कराया गया कि रिकॉर्ड अल्ट्रासाउंड सेंटर पर चिकित्सक का स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण कम प्रगति रही, जिस पर जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि रिकॉर्ड अल्ट्रासाउंड सेंटर पर टीम भेज कर अप्रैल 2024 से माह जून 2024 तक सम्पन्न अल्ट्रासाउंड का विवरण प्राप्त कर आगामी जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में प्रस्तुत किया जाये।
चिकित्सा अधीक्षक, सामु०स्वा०केन्द्र मुड़िया नवी बक्स को निर्देशित किया गया कि बी०सी०पी०एम० मो० हसीब तथा सी०एच०सी० में मेन गेट पर सी०सी०टी०वी० कैमरे स्थापित किये जाये साथ ही चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि ब्लॉक पर कार्यरत समस्त स्टाफ की सूची फोटो सहित जनपद मुख्यालय पर भेजी जाये।
जननी सुरक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत जे०एस०वाई० लाभार्थियों का भुगतान सी०एच०सी० आंवला एवं जिला महिला चिकित्सालय, बरेली का कम होने पर जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिये गये कि अगले 15 दिवस में कम से कम 90 प्रतिशत भुगतान करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी द्वारा स्वास्थ्य कार्यक्रमों की वित्तीय समीक्षा की गई कुछ नगरीय स्वास्थ्य इकाइयों कि वित्तीय प्रगति शून्य पाये जाने पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई तथा निर्देश दिया गया कि किसी भी यूनिट का व्यय आगामी जिला स्वास्थ्य समिति तक शून्य पाया गया तो उसके विरूद्ध प्रतिकूल प्रविष्टी सुनिश्चित की जायेगी।
बैठक में निर्देश दिये गये कि जो आशा/एएनएम अपने क्षेत्र में नहीं जाती हैं उनके खिलाफ संचारी रोग को बढ़ावा देने के कारण कड़ी कार्यवाही की जाये तथा जो आशाएं कार्य नहीं कर रही हैं उन्हें नियमानुसार नोटिस जारी करें और यदि फिर भी कार्य में सुधार नहीं आता है तो दूसरा नोटिस देने के बाद हटा दिया जाये।
मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा बताया गया कि 201 आशाओं को चयन किया जाना है, जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि मेरिट के आधार पर चयन किया जाये। शासन के आदेशानुसार चयन समिति गठित है, मुख्य चिकित्साधिकारी इसका पर्यवेक्षण करेंगे। बैठक में झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई किए जाने आदि के संबंध में आवश्यक निर्देश दिये गये।
डी वार्मिंग डे के अन्तर्गत बच्चों को जो दवा दी जाती है उसमें वह बच्चे छूट जाते हैं जैसे- विद्यालय ना जाने वाले बच्चे, ईट-भट्टों कार्मिकों के बच्चे, मदरसा, स्लम एरिया आदि में रहने वाले बच्चों पर विशेष फोकस कर दवा खिलाई जाये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जग प्रवेश, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 विश्राम सिंह सहित सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।