वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
जयराम विद्यापीठ में लगातार चल रहा है रुद्राभिषेक व सावन पूजन।
कुरुक्षेत्र, 28 जुलाई : देश के विभिन्न राज्यों में संचालित जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी के सान्निध्य में ब्रह्मसरोवर के तट पर जयराम विद्यापीठ में निरंतर सावन रुद्राभिषेक व पूजन चल रहा है। इसी के साथ महामृत्युंजय जाप भी चल रहा था। जयराम संस्थाओं के मीडिया प्रभारी राजेश सिंगला ने बताया कि विद्यापीठ के श्री रामेश्वर महादेव मंदिर में महामृत्युंजय मंत्र के सवा लाख जाप, महा रुद्राक्ष जाप और रुद्राभिषेक का अनुष्ठान आयोजित किया गया था जिस का रविवार को परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की मौजूदगी में समापन पर हवन यज्ञ में पूर्णाहुति दी गई। विद्वानों द्वारा निरंतर सावन पूजन किया जा रहा है। महामृत्युंजय जाप के समापन पर भी सभी देवी-देवताओं की विशेष पूजा अर्चना के लिए आह्वान किया गया। शास्त्रों और पुराणों में असाध्य रोगों से मुक्ति और अकाल मृत्यु से बचने के लिए महामृत्युंजय जप करने का विशेष उल्लेख मिलता है। महामृत्युंजय भगवान शिव को खुश करने का मंत्र है। इसके प्रभाव से इंसान मौत के मुंह में जाते-जाते बच जाता है। आचार्य डा. रणबीर भारद्वाज ने बताया कि मरणासन्न रोगी भी महाकाल शिव की अद्भुत कृपा से जीवन पा लेता है। बीमारी, दुर्घटना, अनिष्ट ग्रहों के प्रभावों से दूर करने, मौत को टालने और आयु बढ़ाने के लिए सवा लाख महामृत्युंजय मंत्र जप करने का विधान है। महामृत्युंजय मंत्र का जप करना परम फलदायी है। विद्यापीठ में यजमान अतुल जिंदल, प्रणव जिंदल, देव राज गर्ग व परिवार के सदस्यों द्वारा महामृत्युंजय मंत्र जाप की पूर्णाहुति की।
जयराम विद्यापीठ यज्ञ शाला में में सावन महामृत्युंजय जाप की पूर्णाहुति देते हुए।