एम सलीम खान ब्यूरो प्रमुख ऊधम सिंह नगर उत्तराखंड
गोरखपुर उत्तर प्रदेश – वकीलों से खचाखच भरी अदालत में एक युवक हाथ में प्रार्थना पत्र लेकर कोर्ट के एक कोने में खड़ा था उसके चेहरे पर चिंता साफ झलक रही थी अदालत में बैठे न्यायधीश वकीलों की पैरवी में व्यस्त थे, करीब दो घंटे बाद जब न्यायाधीश को फुर्सत मिली तो उन्होंने कोर्ट रूम में नजर दौड़ाई तो देखा कि एक युवक अपने हाथ में एक कागज़ लेकर चिंतित खड़ा हुआ है न्यायाधीश सौमित्र सेन से युवक को गौर से देखा और उससे पूछा आप कैसे खड़े हुए हैं, युवक यह सुनते ही न्यायाधीश के नजदीक पहुंचा और उनके पेशकार को एक प्रार्थना पकड़ दिया पेशकार ने उक्त प्रार्थना पत्र न्यायाधीश को दिया और न्यायधीश उस प्रार्थना पत्र को बडे गौर से पढ़ने लगे पूरी बात समझ कर न्यायाधीश के होटों पर मुस्कान आ गई और उन्होंने कहा कि इस मामले में कोर्ट क्या कर सकता हैं आप युवती के परिजनों से बातचीत करो यह सुनते ही कोर्ट में मौजूद वकीलों के कान खड़े हो गए उन्होंने बडी गंभीर से पूछा महोदय आखिर मामला क्या है यह सुनते ही न्यायाधीश ने उक्त प्रार्थना पत्र एक वकील के हाथ में देते हुए कहा आप खुद ही पढ़ लीजिए, फिर क्या था सभी वकील उनको पढ़ने लगे और पढ़ते ही हंस पड़े उन्होंने कहा कि यह कोर्ट है मेरिज रजिस्टर का आफिस नहीं दर असल युवक ने कोर्ट को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि वह अपने गांव की एक युवती से बेहद प्रेम करता है और उसके परिजनों ने शादी करने से साफ इंकार कर दिया जिसकी वजह यह है कि वह खाते पीते लोग हैं और वह मेहनत मजदूरी करने वाला शख्स है, इसी वजह से युवती के परिजनों ने शादी से इंकार कर दिया, मामला कोर्ट में चर्चा का विषय बना रहा।