एम सलीम खान ब्यूरो प्रमुख ऊधम सिंह नगर उत्तराखंड
रुद्रपुर – अपने एक कहावत तो सुनी ही होगी जिसकी लाठी उसकी भैंस मसलन सत्ता के नशें में चूर कुछ भाजपाई नेताओं के प्रोटोकॉल कायदे कानूनों की कोई अहमियत नहीं है और यह भाजपाई खुले आम कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहे हैं आखिर इन कथित नेताओं को किस बात घमंड है कि यह जिले के अहम वरिष्ठ अधिकारी के कार्यालय में खुलें आम अपनी हेकड़ी दिखा रहे हैं, जहां आम जनता आला अधिकारियों से अपनी समस्याओं से अवगत कराने बड़े हेतराम से उनके समक्ष पेश होते ही तो वहीं एक भाजपा नेता सत्ता के नशें में बदमस्त होकर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ मंजूनाथ टीसी से हथियार लेकर उनके कार्यालय में जा पहुंचा कानून व्यवस्था और नियम कायदों को ताक पर रख इस भाजपा नेता ने ऐसा हरकत कर दी कि जिसे देखकर खुद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ मंजूनाथ टीसी का परा हाई हो गया और उन्होंने इस मामले पर जमकर भाजपा नेता किरन विर्क को जमकर लताड़ लगाई,उनका गुस्सा यही शांत नहीं हुआ कथित नेता विर्क से बकायदा माफी नामा भी लिखवाया गया, यहां बताते चलें कि भाजपा नेता विर्क पहले भी सुर्खियों में बने हुए थे उस समय सिडकुल में एक कबाड़ के कारोबारी से कमीशन मांगने को लेकर किरन विर्क सुर्खियों में आएं तो और शहर विधायक शिव अरोरा के नाम पर जमकर छींटाकशी हुईं थीं, हालांकि इस संगीन मामले में शहर विधायक शिव अरोरा का घसीटने वाले किरन विर्क के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई थी और संगठन ने भी इस मामले में कोई अहम कदम नहीं उठाया था,अब सवाल यह है कि क्या किरन विर्क का दुस्साहस सिर्फ माफ़ी नामे तक ही सीमित है जबकि प्राटौकाल के अनुसार इस मामले सख्त कार्रवाई अमल लाने चाहिए थी,यह फिर एक बार पुलिस महकमे की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाएं जा रहे हैं,एक सामाजिक कार्यकर्ता का कहना है कि इस मामले में पुलिस को सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता थी लेकिन महज़ माफीनामा लिखवा कर कथित नेता विर्क को छोड़ दिया गया, हालांकि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ मंजूनाथ टीसी ने इसे गंभीरता से लेते हुए भाजपा के इस नेता की जमकर क्लास ली और सख्ती बरती लेकिन विपक्षी दल के कुछ नेता और सामाजिक कार्यकर्ता इस मामले को बड़ी गंभीरता से ले रहे हैं ।