दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : इज्जत नगर थाने का एक सनसनीख़ेज़ मामला सामने आया है जहाँ लूट -हत्या की कोशिश के आरोपियों को थाने में ही समझौता करवाकर छोड़ दिया गया। पुलिस महानिरीक्षक डाॅक्टर राकेश सिंह ने इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य को जांच करवाकर कार्रवाई के निर्देश दिए है। तीन दिन पहले आधी रात को थाने में दर्ज हुआ था मुकदमा इज्जत नगर थाने का है जहाँ रिटायर्ड दरोगा सफदर अली ने खलीक अहमद , बिलाल हुसैन सहित 45 अज्ञात लोगों के खिलाफ बलवा, लूट-हत्या की कोशिश आदि धाराओं में तीन दिन पहले रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोपियों ने सफदर अली की लाईसेंसी राइफल लूटने और हत्या की कोशिश की। लेकिन बाद में शांति भंग के आरोप में चालान करके मामला निपटा दिया। वहीं डेलापीर मंड़ी में दुकान को लेकर है विवाद राइफल ताने दिख रहा है दरोगा । डेलापीर मंड़ी में दुकान को लेकर विवाद था। रुपयों के लेनदेन को लेकर हुई कहासुनी। जिसके बाद रिटायर्ड दरोगा अपनी लाइसेन्सी राइफल निकाल लाया। वायरल वीडियो में वह राइफल ताने हुए दिख रहा है, लेकिन थाना पुलिस ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इस मामले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें सफदर अली आरोपियों पर राइफल ताने और धमकी देते नजर आ रहा है। पुलिस महानिरीक्षक डाॅक्टर राकेश सिंह ने कहा है कि एसएसपी को पूरे मामले में जांच करने के लिए निर्देशित किया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।