वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
केयू के धरोहर हरियाणा संग्रहालय में हरियाली तीज उत्सव कार्यक्रम आयोजित।
कुरुक्षेत्र, 07 अगस्त : तीज भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है जो कि भारतीय त्यौहारों की संस्कृति एवं परम्पराओं को प्रदर्शित करता है। प्रत्येक वर्ष हिन्दू पंचांग के अनुसार हरियाली तीज का पर्व श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाने इस पर्व का आध्यात्मिक, प्रकृति तथा महिला सशक्तिकरण की दृष्टि से विशेष महत्व है। यह विचार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने बुधवार को केयू धरोहर हरियाणा संग्रहालय द्वारा आयोजित तीज उत्सव कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किए।
इस अवसर पर कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने तीज त्यौहार की विश्वविद्यालय परिवार को बधाई देते हुए कहा सावन के महीने में जब संपूर्ण धरा पर हरियाली की चादर बिछी रहती है तब सभी प्रकृति के इस मनोरम क्षण का आनंद लेने के लिए झूले झूलते हैं तथा लोक गीत व तीज के गीत गाकर उत्सव विशेष रूप से मनाते हैं। हरियाली तीज के दिन महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य तथा सफलता के लिए कामना करती हैं। तीज उत्सव पर कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा, कुवि कुलसचिव प्रो. संजीव सहित सभी ने धरोहर परिसर में झूला झूलकर तीज त्यौहार मनाया व मिठाई वितरित की गई। कुवि कुलसचिव प्रोफेसर संजीव शर्मा ने बतौर विशिष्ट अतिथि सभी को बधाई देते हुए मंगल कामना की।
इस मौके पर कुवि कुलपति की धर्मपत्नी डॉ. ममता सचदेवा, कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा व उनकी धर्मपत्नी सुमिता शर्मा, प्रो. एआर चौधरी, प्रो. भगवान सिंह चौधरी, प्रो. रामविरंजन, प्रो. नीलम ढांडा, प्रो. प्रीति जैन, प्रो. दलीप कुमार, प्रो. परमेश कुमार, प्रो.शुचिस्मिता, प्रो. कुसुमलता, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक महासिंह पूनिया, डॉ. मीनाक्षी सुहाग, डॉ. मनीषा संधू, केडीबी सदस्य अशोक रोशा, डॉ. महाबीर रंगा, डॉ. सतीश टामक, डॉ. आनन्द कुमार, डॉ. पवन कुमार, धरोहर क्यूरेटर डॉ. गुरचरण सिंह, डॉ. कुलदीप आर्य] डॉ. हरविन्द्र सिंह लोंगोवाल, डॉ. वीर विकास, डॉ. सुशील टाया, कुंटिया प्रधान राजवंत कौर, भारत भूषण सहित अन्य लोग मौजूद थे।