वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
कुवि के इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में इंडक्शन कार्यक्रम आयोजित।
कुरुक्षेत्र, 8 अगस्त : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा ने कहा कि जीवन में कामयाबी के लिए निरंतर कठोर परिश्रम की जरूरत होती है। समय प्रबंधन एवं कार्य में सकारात्मकता द्वारा चुनौतियों का सामना सरलता से किया जा सकता है। वे गुरुवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज द्वारा गुरुवार को आर.के सदन, में पांच वर्षीय एमबीए और बीबीए (ऑनर्स) पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने वाले छात्रों के लिए एक इंडक्शन कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। कार्यक्रम शुरू करने से पहले, संस्थान के परिसर में वृक्षारोपण किया गया ।
कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा ने छात्रों से आग्रह किया कि वे व्यक्तिगत, तकनीकी, और व्यावसायिक कौशल को निखारने के लिए विश्वविद्यालय और संस्थान में उपलब्ध सभी संसाधनों का इस्तेमाल करें।
संस्थान के निदेशक प्रो. अनिल मित्तल ने सभी अतिथियों एवं नवप्रवेशित विद्यार्थियों का स्वागत किया। उन्होंने छात्रों को व्यक्तिगत विकास के साथ-साथ अपने पेशेवर कौशल पर काम करने के लिए प्रेरित किया। छात्रों को मुख्य वक्ता डॉ. अश्वन्त गुप्ता, निदेशक, माइक्रोडिवाइसेज प्राइवेट लिमिटेड ने व्यवसाय जगत के अपने क्षेत्र के अनुभव के साथ-साथ अपनी व्यक्तिगत सीख, नए रुझानों और उभरते प्रबंधकों से उद्योग की अपेक्षाओं को साझा किया।
पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के प्रोफेसर डॉ. संजय कौशिक ने छात्रों को सलाह दी कि वे आसपास उपलब्ध सभी अवसरों की तलाश करें और संस्थान में अपने समय का उपयोग सैद्धांतिक ज्ञान को वास्तविक दुनिया में व्यावहारिक प्रयोज्यता के साथ जोड़ने में करें। इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के संस्थापक निदेशक डॉ. डी. डी. अरोड़ा ने छात्रों से बात की और रचनात्मकता और नवाचार के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि एक छात्र के रूप में उन्हें समग्र विकास के लिए अनुशासित जीवनशैली बनाए रखनी चाहिए।
आईएमएस के पूर्व निदेशक डॉ. बी.एस. बोडला ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और संस्थान के नए अभ्यर्थियों को अपना आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता स्मार्टी पाल सिंह ने प्रबंधन क्षेत्र में अपनी यात्रा के दौरान एक छात्र के सभी उतार-चढ़ाव और अपेक्षाओं के बारे में बताया। इसके बाद, आर. के. भारद्वाज, जनरल मैनेजर, इस्जेक डॉ. जे.के. चंदेल और डॉ. अनिल कुमार ने छात्रों को सम्बोधित किया।
उप निदेशक डॉ. राजन शर्मा ने सभी गणमान्य व्यक्तियों, संस्थान के संकाय सदस्यों और छात्रों को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर प्रो. निर्मला चौधरी, डॉ. सलोनी पी. दीवान, डॉ. भंवर सिंह, डॉ. बी.एस. बोडला, डॉ. वीरेंद्र सिंघल, डॉ. विवेक कुमार, डॉ. अशवंत गुप्ता, डॉ. मीनाक्षी गोदारा, प्रो. संजय कौशिक, डा. पलक बजाज, संगीता धीर, डॉ. रजनी सैनी, सरिता पठानिया, श्वेता वशिष्ठ और जयंत दलाल सहित 100 से अधिक विद्यार्थी एवं शोधार्थी कार्यक्रम में उपस्थित थे।