कर मन मेरे सद्व्यवहार … भारतीय संसद में आकाओं द्वारा हल्की राजनीतिचाणक्य नीति में एक सुभाषितानी है … डा. महेंद्र शर्मा

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।

पानीपत : पानीपत के साहित्यकार ज्योतिषाचार्य डा. महेंद्र शर्मा ने राजनीति विषय पर बातचीत करते हुए बताया कि राज्य में यदि राजा धर्मनिष्ठ होगा तो प्रजा भी वैसा ही व्यवहार करेगी, यदि राजा पापी होगा तो प्रजा भी वैसा ही आचरण करेगी। हम हिन्दुत्व की बात तो करते हैं लेकिन धर्म के नियमन पर हम आचरणहीनता दिखाते हैं। अब तो आम जनता का इस तरह की राजनीति और राजनेताओं से मन भर गया है कि कब वह दिन आयेगा जब जनता को इनसे निजात मिलेगी। जब लोग मजबूर हो जाए तो कहीं भी बंगलादेश (तख्तापलट) हो सकता था, दो वर्ष पहले श्रीलंका में भी ऐसा ही बंगलादेश हुआ था, भगवान न करे कि यह कहीं और घटित हो।
पैरों से जूते और सिर से ताज छिन्न जाने के बाद भी वही हेकड़ी जब कि इनको यह तो अच्छी तरह ज्ञात है कि एक ओच्छी हरकत से इतिहास भी बदल सकता है। यह जुबां/ जिह्वा चाहे तो किसी को फांसी पर लटकवा दे चाहे किसी के सिर पर ताज धरवा दे , यह सब हमारे विवेक पर निर्भर करता है कि हम किसी के साथ व्यवहार कैसा करते हैं। इस बात का एक आप अपने घर से परीक्षण कर के देखें कि आप कभी अपने 5/7 वर्ष के बच्चे या पोते को डांट और मारपीट कर उसे कोई काम बताना कि वह आप का कहना कितना मानता है। उसको आप के व्यवहार/दुर्व्यवहार से कोई लेना देना नहीं वह केवल अपना आत्मसम्मान बरकरार रखना चाहता है, वह नाराज हो कर दूसरे कमरे में कुण्डी लगा कर उतने तक बाहर नहीं आएगा जब तक उसके मन में शान्ति स्थापित नहीं हो जायेगी। संसद में कोई छोटा बच्चा या कोई साधारण व्यक्ति नहीं बैठा, जो महानुभाव आप से संवाद कर रहा है वह देश की जनता का प्रतिनिधि है, उनसे किसी प्रकार का दुर्व्यवहार आप के पद की गरिमा को शोभा नहीं देता तभी तो पूरे देश में बवाल हो रहा है और आप जनता का टारगेट बन गए हो। कई बार तो हम दूसरों की जुमलेबंदी सुन कर बिना सोचे विचारे अपने आप पर क्रियान्वित कर देते है और अपने लिए मुसीबत मोल ले लेते हैं, जब हम बिना विचारे दूसरों का कहना मानेंगे तो सिर फुटोवल हमारी ही होगी …. रहिमन का यह दोहा देश के संसद के दोनों सदनों के अध्यक्षों पर पूरा फिट बैठता है …
रहिमन जिह्वा बांवरी कह गई सरग पताल।
आप तो कह भीतर भई जूता खाए कपाल।।
नीति निर्धारकों ने इनसे जो कहा उस का क्रियान्वन करने पर इन दोनों महानुभावों की यह हालत बनी है। जब कि इन दोनों राजनेता महानुभावों को अच्छी तरह से ज्ञात है कि भले ही राज्य करने वाले यही लोग हैं, लेकिन इनको चलना तो दूसरों की बैशाखियों पर है, यदि पूर्व कर्मों का कोई दुर्भाग्य इनके सामने आ कर खड़ा हो गया तो तख्त- ओ- ताज जाता रहेगा, भारतीय संसदीय इतिहास में इनका नाम काले अक्षरों में दर्ज हो जायेगा कि इनको इस प्रकार से हटाया गया था। भगवान करें कि भले ही सरकार के बहुमत सिद्ध होने से यह न हटें लेकिन अपदस्थ होने के विषय पर हुई वोटिंग भी एक दागदार इतिहास इन के खाते में लिख जायेगी।
आज की राजनीति की सत्यता और वास्तविकता तो यह है की मान लो अगर कोई व्यक्ति शेर की गुफा में घुस जाए तो हो सकता है कि शायद उसे गुफा में हाथी का सिर मिले जिस पर मुक्तामणि लटक रहे हों दूसरी ओर यदि कोई व्यक्ति गीदड़ की गुफा में घुस गया तो उसे वहां पर केवल बकरे की पूछ या गधे को खाल ही मिलेगी। हमारे देश में यहां हर राजनैतिक गीदड़ों की गुफाएं हैं जिन में यही कुछ मिल रहा है जो लिखा है … सर्वत्र सिद्धांतहीनता , बिना मुद्दों की झूठी राजनीति।
सदन की गरिमा है, आप अध्यक्ष पद पर हैं, अध्यक्ष को तो निरपेक्ष होना चाहिए लेकिन न जाने आप के दिमाग में इतना वैर विरोध क्यों हैं। ऐसी राजनैतिक शुद्रता तो चुनावों में होती है लेकिन हिन्दू मुस्लिम अब भी बना हुआ है जब की आम चुनावों में यह लोग अयोध्या बद्रीनाथ आदि सनातन धर्म के मुख्य तीर्थों से चुनाव हार गए हैं। कर्नाटक में हनुमान जी ने अयोध्या में श्री राम जी ने आप के अंतरमन के भेद को जाना और आप को राजनैतिक दंड दे दिया। आप ने ख्वामखवाह कावड़ यात्रा में हिंदू मुस्लिम किया तो आप को सुप्रीम कोर्ट ने लताड़ लगा दी, मुझे तो गत दो महीनों से जब से आप ने शपथ ली है मुझे ऐसा आप का ऐसा कोई कृत्य नजर नहीं आया कि आम जनता कोई राहत की सांस ले रही हो या कोई इनको किसी काम पर शाबासी दे रही हो। बड़े लोग तो यह कहते हैं कि जब समय खराब हो तो ऊंट पर बैठे हुए आदमी को कुत्ता काट लेता है। राम नाम गुण गायो नहीं सूई की न दान। अन्त समय में ताक रहे कब आयेगा विमान। वोट तो आप ने जनता से ही लेने हैं तो आप का व्यवहार भी समदृष्टा होना चाहिए कि नहीं, ई वी एम कब तक आप की सहायता करेगी कि इस बार तो निकल गए हो 538 सीटों के डाले गए वोटों पोल हुए और गिने गए वोटों की गिनती में लगभग 5.10 करोड़ अन्तर है, जिससे 79 सीटें प्रभावित हुई हैं, विषय उच्चतम न्यायालय में जा चुका है। लेकिन काठ की हांडी भी बार बार नहीं चढ़ सकती। आप की हर राजनैतिक गतिविधियों का विज्ञ जन अन्वेषण कर रहे हैं कि आप कितने दूध के धुले हुए हो। यह भी राजनैतिक सच है कि फेसबुक पर अभी किसी महानुभाव ने शंकराचार्यो से प्रश्न किया कि राम मंदिर पर सरकार का विरोध कर रहे थे, बंगलादेश में हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं और आप चुप क्यों हैं, इन भक्तों को यह नहीं ज्ञात कि यह विरोध तो भारत सरकार को बंगलादेश के हाईकमिश्नर को गृह मंत्रालय में बुला कर आधिकारिक विज्ञापन देना चाहिए जिससे हिंदुओं की सुरक्षा पर बात हो सके। एक और समाचार भी फेसबुक/ टी वी पर चला कि बंगलादेश के हिंदू खिलाड़ियों के घर तोड़ फोड़ हुई और यह खबर बंगलादेश के क्रिकेट प्लेयर लिटन दास जो हिंदू हैं, वह अपने घर में खड़े हो कर टी वी पर ठीक ठाक दशा में देख रहे हैं। इस चुनाव ने देश में अब सिद्ध कर दिया है की भारत में धर्म की राजनीति अधिक समय तक नहीं चल सकती। भाजपा के पर्दे के पीछे के नीति निर्धारक भी सत्ता को यही संदेश दे रहे हैं कि अब धर्म की बात छोड़ो, लोगों को अब श्री राम मंदिर, धारा 370 से अधिक सरोकार नहीं है। जनता तो महंगाई रोजगार व्यवसाय व्यापार देश की सीमाओं की चौकसी पर चर्चा चाहती है और आप से यह पूछना चाहती है यदि 80 करोड़ लोगों को सरकार पांच किलो आटा मुफ्त दे रही है तो देश की अर्थव्यवस्था का विकास हुआ है या विनाश हुआ है। हमारी मुद्रा का अवमूल्यन हो रहा है, काला धन तो जब वापिस आना होगा आ जायेगा, अभी तो आप के मित्र देश के धन को लेकर विदेशों में भाग गए हैं उनसे पैसे वापिस मंगवाओं। बालक शिक्षा गरीब भोजन और बीमार चिकित्सा मांग रहे हैं आप नीरो की तरह बांसुरी बजाने में मस्त है। हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखण्ड आप को राजनैतिक नसीहत देने को तैयार बैठे हैं और आप के पप्पू चुनाव आयोग की उस घोषणा की इन्तजार में हैं कि वह कब चुनाव करवाएगा।
डॉ. महेन्द्र शर्मा “महेश”

Read Article

Share Post

VVNEWS वैशवारा

Leave a Reply

Please rate

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

रिटायर्ड अग्रवाल फ्रेंड्स क्लब की बैठक हुई

Sat Aug 10 , 2024
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक। बैठक में विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। कुरुक्षेत्र, 10 अगस्त : रिटायर्ड अग्रवाल फ्रेंड्स क्लब कुरुक्षेत्र की मासिक बैठक डी.के. गुप्ता महासचिव की अध्यक्षता में कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी सीनियर सिटीजन फोरम हाल कम्युनिटी सेंटर सैक्टर-7 में हुई। बैठक का शुभारंभ गायत्री मंत्र का जाप किया गया। इस […]

You May Like

advertisement