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भारतीय स्वतंत्रता दिवस की 78वीं वर्षगांठ के अवसर पर मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा आश्रम परिसर में ध्वजारोहण, स्वतंत्रता संवाद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम संपन्न।
कुरुक्षेत्र 15 अगस्त : भारतीय स्वतंत्रता दिवस की 78वीं वर्षगांठ के अवसर पर मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा आश्रम परिसर में ध्वजारोहण, स्वतंत्रता संवाद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम में वैदिक ब्रम्हचारियों द्वारा शंख ध्वनि एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन हम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देकर भारत की एकता एवं अखंडता की रक्षा करने वाले वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा समाज के असहाय एवं जरूरतमंद बच्चों के लिए निःशुल्क संचालित मातृभूमि शिक्षा मंदिर के बच्चों द्वारा देशभक्ति से परिपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। उपस्थित सभी लोगो ने बच्चों के साहस एवं राणा भिमान से संपन्न कार्यक्रमों की करतल ध्वनि से उत्साहवर्धन किया। मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा देश के असंख्य युवाओं ने अपने प्राण न्योछावर कर हमें ब्रिटिश हुकूमत से आजादी दिलाई। आज प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य है कि हम अपनी आजादी को अक्षुण बनाये रखने में अपने दायित्व का निर्वाह करे। 15 अगस्त का दिन भारतीय स्वतंत्रता का प्रतीक है और यह हमें हर साल एक नई प्रेरणा देकर जाता है। साथ ही यह दिन हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और संघर्ष की याद दिलाता है ताकि हम आजाद होने के महत्व को याद रखें। साथ ही यह दिन देश की प्रगति के लिए हमारी जिम्मेदारियों को समझाता है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने देश को और ज्यादा मजबूत, एकजुट और समृद्ध बनाएं। जब तक देश के अंतिम व्यक्ति को रोटी, कपड़ा और मकान नही प्राप्त हो जाता। तब तक हमारी आजादी अधूरी है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि समाजसेवी एवं वरिष्ठ भाजपा नेता अबल सिंह राणा एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्कृत भारती हरियाणा के अध्यक्ष डा. रामनिवास शास्त्री ने किया। स्वतंत्रता संवाद कार्यक्रम को उत्तर भारत के प्रख्यात ज्योतिषाचार्य आचार्य सतीश कौशिक, समाजसेवी जसवीर राणा , विजय सैनी, श्रीमती इंदु गोयल, आचार्य जोगिंदर शर्मा, शिक्षाविद विनोद भारद्वाज ने भी बतौर अति विशिष्ट अतिथि अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में विभिन्न धार्मिक एवं दायित्व संगठनों के प्रतिनिधि, मातृभूमि सेवा मिशन के सदस्य, कार्यकर्ता, विद्यार्थी एवं अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन शांति पाठ से हुआ।