वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
सावन महीने के अनुष्ठान के समापन पर हुआ भंडारे का आयोजन।
सावन में पार्थिव शिवलिंग पूजन एवं अभिषेक से मानव कल्याण, रोगों व भय से मुक्ति के साथ मिलता है मोक्ष : महंत जगन्नाथ पुरी।
कुरुक्षेत्र, 18 अगस्त : मारकंडा नदी के तट पर श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में भगवान भोलेनाथ के प्रिय पूरे सावन महीने के चले पार्थिव शिवलिंग पूजन एवं अभिषेक अनुष्ठान का अखिल भारतीय श्री मारकंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी एवं अन्य संतों के सान्निध्य में विधिवत समापन हुआ। सावन पूर्णिमा के अवसर पर अनुष्ठान का समापन किया गया।
रविवार को सावन पार्थिव शिवलिंग अनुष्ठान के अंतिम दिन स्वामी पृथ्वी पुरी, स्वामी सीता राम, स्वामी भोला गिरी, शुभम राणा, राकेश राणा, मुकेश राणा, कुलदीप राणा, राज कुमार शर्मा, बलविंदर वर्मा, जोगिंदर, पाली राम, सावित्री, सुमन, बिमला, पूजा, अनीता, सुनीता व शिमला इत्यादि ने विधिवत मिट्टी के पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजन एवं अभिषेक किया। समापन उपरांत आरती कर मारकंडा नदी में विसर्जन किया। इस के उपरांत विशाल भंडारा दिया गया। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। यह भंडारा बलविंदर वर्मा तथा उनके परिवार के सदस्यों ने दिया। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि शिव आराधना के लिए सावन सबसे उत्तम और विशेष रूप से फलदायी माना जाता हैं। पावन पार्थिव शिवलिंग की पूजा-अर्चना कर मोक्ष के अधिकारी बनते हैं। इस अवसर बिल्लू पुजारी, सुधा राम, गुरफ़तेह, हरनेक सिंह, पायल, संजना, मानव, मयंक, छवि, जागृत, नीरज, पूनम शर्मा, शीतल, स्नेहा, संजीव कुमार, पूनम तलवाड़, संतोष सैनी, संजू, नेहा, मीना, रोहित, रमन, प्रकाशो, राममूर्ति, शांता, व अनु इत्यादि भी मौजूद रहे।
पार्थिव शिवलिंग पूजन एवं अभिषेक करते हुए तथा विसर्जन के लिए जाते हुए।