फिरोजपुर 27 अगस्त {कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता}=
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान फिरोजपुर की और से श्री कृष्ण जन्माष्टमी को बड़े ही हर्षोउल्लास से श्री दुर्गा माता मंदिर वजीदपुर में मनाया गया। इस अवसर सर्व श्री आशुतोष महाराज जी के पर्म शिष्य साध्वी सुश्री करमाली भारती, साध्वी सर्वा भारती एवं साध्वी संदीप भारती जी ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी का आध्यात्मिक महत्व को संगत के सामने खोला और बताया कि सनातन धर्म में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का विशेष महत्व है। भगवान श्री कृष्णा जब धरा पर आए तो हर ओर पापाचार, अत्याचार बड़ा हुआ था। उन्होंने पापों व अतियाचारों का अंत कर धर्म की स्थापना की। भगवान श्री कृष्ण की हर लीला के पीछे कुछ ना कुछ आध्यात्मिक महत्व छिपा हुआ है। भगवान हमेशा ही अपने भक्तों का उद्धार करने के लिए इस धरा पर अवतरित होते हैं जैसे भगवान कृष्ण ने मीराबाई , सुदामा व अनेक ही अन्य भक्तों का उद्धार करने के लिए एवं पापों का अंत करने के लिए अवतार धारण किया।
साध्वी जी ने आगे अपने विचारों में बताया कि जब-जब भी धर्म की हानि और अधर्म की वृद्धि होती है तब तब ही प्रभु कृष्ण अपने रूप को साकार रूप में लोगों के सम्मुख प्रकट होते हैं। साधुपुरुषों का उद्धार करने के लिए, पाप कर्म करने वालों का विनाश करने के लिए और धर्म की अच्छी तरह से स्थापना करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण हर युग प्रकट हुआ करते हैं । उन्होंने बताया कि जैसे मीराबाई भगवान श्री कृष्ण की अनन्य भक्त हुई है, वह हमेशा ही कृष्ण भगवान की भक्ति में लीन रहती। मीराबाई कृष्णामई हो चुकी थी। लेकिन कृष्ण भगवान ने उनको भी अपने वास्तविक स्वरूप को जानने के लिए उसे समय के पूर्ण संत गुरु रविदास जी की शरणार्थ में भेजा। जिन से मीराबाई को ब्रह्म ज्ञान की दीक्षा प्राप्त हुई वह भगवान श्री कृष्ण के वास्तविक स्वरूप को जान सकी।
साध्वी जी ने बताया कि ऐसे ही हमे आज भगवान के वास्तविक स्वरूप को जानने के लिए पूर्ण संत महापुरुषों की शरणागत होने की जरूरत है। जिनसे हमें ब्रह्म ज्ञान की दीक्षा प्राप्त हो और हम भी भगवान के वास्तविक स्वरूप को जानकर अपनी भक्ति की शुरुआत कर सके। आवश्यकता है जो हमें ब्रह्म ज्ञान प्रदान कर सत्य से साक्षात्कार करवा दे । अंत में साध्वी करमाली भारती जी ने पहुंचे हुए सभी श्रद्धालुगनों का धन्यवाद किया और प्रोग्राम में साध्वी रमन भारती जी ने भावपूर्ण भजनों का गायन कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
आज के प्रोग्राम में विशेष रूप में श्री महंत राम लुभाया, महंत श्री कुलवंत राय, रमेश कुमार, विपन कुमार, संदीप कुमार, नरेंद्र कुमार, राजिंदर कुमार, घनशाम दास, तरसेम पल, रिकी शर्मा एवं राजिंदर कुमार जी हाजिर रहे।
सभी संगत के लिए प्रसाद की व्यवस्था भी की गई थी। अंत में साध्वी करमाली भारती जी की ओर से मंदिर कमेटी एवं सेवादारों का धन्यवाद किया गया।