वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी ने कहा सनातन से ही ईश्वर, आत्मा और मोक्ष का ज्ञान मिलता है।
कुरुक्षेत्र, 30 अगस्त : जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी ने भगवान श्री कृष्ण के छठी उत्सव की तैयारियों के चलते बताया कि भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के छठे दिन हर वर्ष श्री कृष्ण की छठी उत्सव का आयोजन किया जाता है। दरबार में इस का आयोजन 1 सितम्बर को होगा। महंत राजेंद्र पुरी ने त्यौहारों व उत्सवों के साथ सनातन के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि चाहे आधुनिकता एवं विज्ञान का जीवन जी रहे हैं लेकिन मानव जीवन में सनातन का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को दुनिया का सबसे प्राचीनतम धर्म माना जाता है। सनातन के माध्यम से ही ईश्वर, आत्मा और मोक्ष का ज्ञान मिलता है। सनातन के महत्व को देवी देवताओं एवं ऋषि मुनियों ने भी माना है। महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि सनातन से जुड़ी शिक्षाएं मानवता को समृद्ध और शांतिपूर्ण बनाने में मदद करती हैं। सनातन धर्म में अच्छे आचरण, सार्वभौमिक आचरण और सामाजिक अवधारणाएं शामिल हैं। सनातन शब्द का मतलब है शाश्वत, सदा बना रहने वाला है। इसका मतलब है कि इसका न आदि है और न अंत है। इस अवसर पर अवतार सिंह, निरंजन, कुलजीत, अजय, विजय व मनप्रीत सिंह इत्यादि भी मौजूद रहे।
महंत राजेंद्र पुरी जानकारी देते हुए।