फिरोजपुर 01 सितंबर {कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता}=
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान फिरोजपुर द्वारा स्थानीय आश्रम में साप्ताहिक सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संगत को संबोधित करते हुए सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की परम शिष्य साध्वी संदीप भारती जी ने कहा कि हमें काम, क्रोध, मोह, लोभ और ईर्ष्या जैसे गुणों को त्यागकर अपने जीवन में दृढ़ता, धैर्य, करुणा, संतोष और प्रेम जैसे गुणों को अपनाना चाहिए। आज इंसान हर छोटी-छोटी बात पर गुस्सा हो जाता है और रिश्ते नाते सब कुछ भूल जाता है। गुस्सा कुछ देर के लिए ही आता है और गुस्से में किया गया काम जिंदगी भर का पछतावा बन जाता है। इसी प्रकार लोभ और मोह के कारण कभी-कभी व्यक्ति ऐसे पाप भी कर बैठता है जो नहीं करना चाहिए। आज इंसान को अपने आप में हर बात पर घमंड हो जाता है कि मुझसे ज्यादा बुद्धिमान कोई नहीं, मेरे जितना सुंदर कोई नहीं, मुझसे ज्यादा कोई नहीं जानता। यही अहंकार अंततः उसे ले डूबता है। साध्वी जी ने अपने विचारों में आगे कहा कि हमें इन सभी गुणों को छोड़कर उन गुणों को अपनाना चाहिए जो ईश्वर को स्वीकार्य हों।
उन्होंने कहा कि हमें जीवन एक विशिष्ट उद्देश्य के लिए मिला है, उस उद्देश्य को जानकर और प्राप्त करके ही हम अपने जीवन को सफल बना सकते हैं। भगवान ने हमें मानव शरीर देकर अपना स्वरूप जानने के लिए इस धरती पर भेजा है। और ईश्वर को प्राप्त करने के लिए एक पूर्ण सतगुरु की आवश्यकता होती है, जो हमारे धार्मिक ग्रंथों, शास्त्रों के अनुसार आदि काल से चले आ रहे ईश्वरीय ज्ञान के माध्यम से हमारे भीतर उस ईश्वर के प्रकाश रूप का दर्शन करा सके। जो धार्मिक ग्रंथ शास्त्रों के आधार पर हमारे भीतर चार पदार्थों का ज्ञान प्रकट करते हैं, ऐसे सद्गुरु की शरण में जाकर हमें अपना जीवन सफल बनाना चाहिए। अंत में साध्वी बहनों द्वारा भजन कीर्तन किया गया तथा प्रसाद वितरण किया गया।