फिरोजपुर 04 सितंबर [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता]=
द्रोप्ती द्वारा दुर्वासा ऋषि को अपनी साड़ी से फाड़ कर दिया हुआ कपड़ा और शिशुपाल के वध के बाद भगवान श्री कृष्ण की उंगली से बह रहे रक्त को देख कर अपनी साड़ी को फाड़ कर भगवान की उंगली पर लपेटना और भगवान का भक्त की आस्था/निष्ठा को देखते हुए वचनबद्ध होना..इसी बात को दर्शाता है कि भगवान और संतो को अर्पण की गई छोटी से छोटी वस्तु हमे उस समय काम आती है जब उनकी सबसे ज्यादा जरूरत हमे हो
भरी सभी में जब सभी सर झुकाए बैठे थे द्वारकाधीश श्री कृष्ण उस छोटे के कतरे की जगह हस्तनापुर की सभा को साड़ी साड़ी कर दिया और द्रोपति की लाज दीन दयाल प्रभु ने बचाई।
भगवान श्री कृष्ण ने राजस्सु यज्ञ में झूठे पत्तल उठाने और आए हुए सभी अतिथि की चरण धोने की सेवा ली इससे हमे से सीख मिलती है लोक भलाई के कार्य में कोई भी सेवा छोटी बडी नही होती।
कल रासलीला मंचन में हमने सीखा हमे श्री कृष्ण की तरह धेर्यवान भी बनना चाहिए जो शिशुपाल की 100 गालियां सुनकर भी मुस्कुराते रहे और जरूरत आने पर शास्त्र उठा कर अधर्मियो का शीश धड़ से अलग भी करे।
दर्शनअभिलाषी के तौर पर पियूष बंसल राहुल सिंगला दिवाकर मित्तल मनीष गगन शर्मा विशाल गौरव साहिल गोपी पियूष गुप्ता कपिल करें तो चलो अंडा कनिका रीमा धवन एडवोकेट अविनाश पंकज बजाज हिमांशु अनीश विपुल गोयल अशोक टीटू पंडित अभिषेक गुप्ता सेवा के तौर पर उपस्थित रहे।