मॉरीशस के कण कण में भारत और सनातन भारतीय वैदिक संस्कृति व्याप्त है : उच्चायुक्त महामहिम श्री हेमंडॉयल डिलम

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।

मॉरीशस गणराज्य के उच्चायुक्त महामहिम श्री हेमंडॉयल डिलम श्रीमदभगवदगीता जयंती समारोह – 2024 के उपलक्ष्य में मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में बतौर मुख्यातिथि होगें।
मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने मॉरीशस गणराज्य के उच्चायुक्त महामहिम श्री हेमंडॉयल डिलम से शिष्टाचार भेंट की।

कुरुक्षेत्र 07 सितम्बर : भारत ने मॉरीशस ही अनेक महत्वपूर्ण विकास सहायता प्रदान की है। मॉरीशस हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार के रूप में उभरा है।
मॉरिशस और भारत के बीच संबंध सदियों पुराने हैं। ये संबंध अटूट ही नहीं बल्कि अदभुत हैं। सांस्कृतिक रूप से दोनों देश एक दूसरे के काफी करीब हैं।श्रीमती इंदिरा गांधी से नरेंद्र मोदी तक समस्त प्रधानमंत्रियों का मॉरिशस से खास लगाव रहा है। मॉरिशस की स्वतंत्रता में भी महात्मा गांधी के नमक आंदोलन का जुड़ाव रहा है। मॉरीशस में 60 प्रतिशत से ज्यादा आबादी भारतीय मूल के लोगों की है। यह उदगार भारत मे मॉरीशस गणराज्य के उच्चायुक्त महामहिम श्री हेमंडॉयल डिलम ने मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र से नई दिल्ली स्थित दूतावास मे एक शिष्टाचार भेंट में व्यक्त किये। डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने अंतर्राष्ट्रीय श्रीमदभगवदगीता जयंती समारोह – 2024 के उपलक्ष्य में मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा आयोजित अठारह दिवसीय कार्यक्रम में 01 दिसम्बर 2024 भी आत्मनिर्भर एवं विकसित भारत के निर्माण में श्रीमदभगवदगीता का परिप्रेक्ष्य विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में मॉरीशस गणराज्य के उच्चायुक्त महामहिम श्री हेमंडॉयल डिलम बतौर मुख्यतिथि के लिए आमंत्रित किया। जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया।
मॉरीशस गणराज्य के उच्चायुक्त महामहिम श्री हेमंडॉयल डिलम ने कहा मॉरीशस में श्रीमदभगवदगीता एवं रामायण लोगों के आस्था के आधार स्तम्भ है। मॉरीशस के कण कण में भारत और सनातन भारतीय वैदिक संस्कृति व्याप्त है। भारत गणराज्य और मॉरीशस गणराज्य के बीच साझा सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आर्थिक संबंधों पर आधारित हैं। दोनों देशों ने कई मुद्दों पर सहयोग किया है। इसमें व्यापार, निवेश, रक्षा और विकास सहयोग शामिल है।ब्रिटिश हुकूमत के दौरान भारत से बड़ी संख्या में लोगों को अनुबंध तहत काम करने के लिए मॉरिशस ले जाया गया था। उन्होंने अपनी मेहनत और ताकत के बल पर पहचान कायम की। मॉरीशस भारत के रणनीतिक हितों के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार बना हुआ है। डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा सम्पूर्ण संसार में भारत के बाहर यदि कही भारत है तो वह मॉरीशस है। मैने अपनी अनेक मॉरीशस की यात्राओं में महसूस किया है की मॉरीशस का भारत एवं भारतीयता से बहुत ही आत्मीय लगाव है। मॉरीशस भारतीय धर्म एवं संस्कृति के लिए गौरव एवं आत्म सम्मान का प्रतीक है।
मॉरीशस गणराज्य के उच्चायुक्त महामहिम श्री हेमंडॉयल डिलम ने मातृभूमि सेवा मिशन धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र को मॉरीशस में सामाजिक एवं धार्मिक गतिविधियों के संचालन के लिए आमंत्रित किया, जिससे भारत एवं मॉरीशस के पारस्परिक सम्बन्ध और प्रगाढ़ हो सके। मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने मॉरीशस गणराज्य के उच्चायुक्त महामहिम श्री हेमंडॉयल डिलम को स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र और आश्रम का साहित्य भेंट किया। इस अवसर पर मातृभूमि सेवा मिशन की उत्तर प्रदेश इकाई के संयोजक रामेन्द्र सिंह की गरिमामयी उपस्थिति रही।

Read Article

Share Post

VVNEWS वैशवारा

Leave a Reply

Please rate

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

ब्राह्मण सभा फिरोजपुर के पदाधिकारीयों ने भगवान श्री परशुराम वाटिका पार्क के रखरखाव में पेश आ रही समस्याओं संबंधी मांग पत्र नगर कौंसिल के कार्यसाधक अधिकारी व रिंकू ग्रोवर प्रधान को सोंपा।

Sun Sep 8 , 2024
फिरोजपुर,07 सितंबर [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता]= ब्राह्मण सभा फिरोजपुर के पदाधिकारियों की अह्म बैठक संस्था पदाधिकारी हरि राम खिंदड़ी की अध्यक्षता में हुई। संस्था के पदाधिकारियों की तरफ से भगवान श्री परशुराम वाटिका पार्क के रख-रखाव में पेश आ रही समस्याओं संबंधी नगर कौंसिल के कार्यसाधक अधिकारी व प्रधान […]

You May Like

Breaking News

advertisement

call us