वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
केयू यूआईईटी संस्थान में तीन साप्ताहिक इंडक्शन कार्यक्रम का सफल समापन।
कुरुक्षेत्र 11 सितंबर : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि विद्यार्थियों में सृजनात्मकता के साथ-साथ जिज्ञासा में समर्पणता भी जरूरी है। यदि विद्यार्थी में सृजनात्मकता के साथ जिज्ञासा में समर्पणता होगी तो वही जीवन की सफलतम ऊचांइयों को छू सकेगा। आज के दौर में जब भी कोई सामाजिक समस्या आती है तो उसके समाधान के लिए युवा विद्यार्थियों को प्रयत्नशील रहना चाहिए। समस्या के समाधान ढूंढने से ही स्टार्टअप का जन्म होता है, इसलिए तकनीकी विद्यार्थी अपने आस-पास के वातावरण में ऐसी समस्याएं ढूंढकर नवाचार एवं स्टार्टअप के माध्यम से हल करें। वे बुधवार को केयू यूआईईटी संस्थान में नूतन विद्यार्थियों के लिए आयोजित इंडक्शन कार्यक्रम के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। इस अवसर पर कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने मैकेनिकल विभाग की लिफ्ट का भी उद्घाटन किया।
कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि वर्तमान में युवा जॉब ढूंढने की बजाए जॉब प्रोवाइडर बने जिससे वे विकसित एवं आत्मनिर्भर भारत निर्माण में अपना अहम योगदान दे सकें। उन्होंने विद्यार्थियों से स्वामी विवेकानन्द की प्रेरणाओं से जुड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि विद्यार्थियों के लिए ज्ञान, कौशल व चरित्र निर्माण का होना जरूरी है क्योंकि चरित्र निर्माण से ही सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र का निर्माण हो सकता है। इस अवसर पर कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने विद्यार्थियों से विश्वविद्यालय के विभिन्न आयामों के बारे में चर्चा करते हुए नैक द्वारा प्रदत्त ए प्लस प्लस ग्रेड व एनआईआरएफ रैंकिंग के बारे में अवगत करवाया।
केयू डीन इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी व निदेशक यूआईईटी संस्थान प्रोफेसर सुनील ढींगरा ने कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा का स्वागत करते हुए कहा कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के पाठ्यक्रम के उद्देश्य को लेकर आयोजित तीन साप्ताहिक इंडक्शन कार्यक्रम में विद्यार्थियों को मानवीय मूल्यों की शिक्षा दी है। उन्होने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे मनोवैज्ञानिक तरीक़े से अपनी शिक्षा के प्रति जागरूक रहे संस्थान हर दिशा में विद्यार्थियों का सहयोग करेगा। इंडक्शन कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. सविता गिल ने कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा को प्रस्तुत की। सह-संयोजिका डॉ. दीप्ति चौधरी ने सभी का धन्यवाद किया।
इस अवसर पर डॉ. राजेश अग्निहोत्री, डॉ. पवन दीवान, डॉ. अजय जांगड़ा, डॉ. प्रियंका जांगड़ा, डॉ. अमिता मित्तल, डॉ. विजय गर्ग, डॉ. संजय काजल, डॉ. अनुराधा परिणम, डॉ. विशाल, डॉ. सुनील नैन, डॉ. रामअवतार, डॉ. कर्मबीर, डॉ. मुनीष गुप्ता, डॉ. नरेश, नेहा दुग्गल, हरनेक सैनी, डॉ. राजेश कालिया, वर्षा, सोनिया, हरिकेश पपोसा, अजय शर्मा सहित सभी शिक्षक व गैर-शिक्षक कर्मचारी मौजूद रहे।