फिरोजपुर 15 सितंबर {कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता}=
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा फिरोजपुर स्थित आश्रम में साप्ताहिक सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सर्व श्री आशुतोष महाराज जी शिष्या साध्वी रमन भारती जी ने अपने विचारों में उपस्थित संगत को बताया कि महापुरुषों के अनुसार जीवन में लक्ष्य प्राप्ति के तीन मुख्य आधार हैं। पहला—आप जो बनना चाहते हैं वह बनने के काम में लगातार लगे रहें। दूसरे, अपनी कमियों और उपलब्धियों के बारे में सोचते रहें ताकि आप अपने काम को ठीक से पहचान सकें और अपने लक्ष्य को हासिल कर सकें। तीसरे लक्ष्य की प्राप्ति के लिए लगातार प्रार्थना करें, ताकि आपके अंदर करने का अहंकार पैदा न हो और आप अपनी सफलता का श्रेय केवल ईश्वर को दें। आश्चर्य की बात है कि इंसान पहले दो रास्तों पर तो चलने की कोशिश करता है लेकिन तीसरे सबसे अहम पहलू को भूल जाता है। प्रार्थना जीवन सुधार का एक महत्वपूर्ण सूत्र है। जिस प्रकार शरीर की भूख भोजन से मिटती है, उसी प्रकार आत्मा की भूख पूजा-प्रार्थना से मिटती है। प्रार्थना के माध्यम से मनुष्य अपने अस्तित्व से जुड़ता है। प्रार्थना सभी परेशानियों का रामबाण इलाज है। जब आप हालात से लड़ने में असमर्थ होते हैं तो ईश्वर की प्रार्थना ही आपको सहारा देती है। जब बारिश होती है तो पूरी धरती नमी से भर जाती है। उसी प्रकार हमारी प्रार्थना से भगवान का हृदय पिघल जाता है। प्रार्थना एक महान क्रिया है जो मनुष्य को उस सर्वोच्च चेतना से जोड़ती है। इसके अनुसार जीया गया जीवन सुचारु, सफल एवं उत्कृष्टता से परिपूर्ण होता है। दूसरे शब्दों में ऐसे जीवन को सार्वभौमिक एवं दिव्य कहा जा सकता है। अपने भीतर ईश्वर को महसूस करने की शक्ति को प्रार्थना कहा जाता है। प्रार्थना मानव जीवन का सबसे महत्वपूर्ण और शक्तिशाली संसाधन है। जिससे व्यक्ति अपने आप को उत्साह और ऊर्जा से भर सकता है। अंत में साध्वी करमाली भारती जी ने सुमधुर भजन भी गाए।