फिरोजपुर 29 सितंबर {कैलाश शर्मा जिला विशेषण संवाददाता}=
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा स्थानीय आश्रम में साप्ताहिक सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सत्संग विचार में साधवी करमाली भारती जी ने संगत को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार हम जीवन जीने के लिए अपने शरीर का ध्यान रखते हैं। उसी प्रकार हमें अपनी आत्मा और मन का भी ख्याल रखना चाहिए। यदि हमारे मन में सत्संग के विचार नहीं हैं तो मन भटकता रहता है, मन हमेशा नीचे जाने के लिए तैयार रहता है। अच्छे पक्ष की ओर बढ़ने के लिए अच्छे विचारों का आहार चाहिए जो हमें सत्संग में जाकर ही मिल सकता है। अच्छी संगति में रहने से अच्छे विचारों को पोषण मिलता है, इसलिए हमें हमेशा अच्छी संगति करनी चाहिए। हमें यह जन्म भगवान को प्राप्त करने के लिए मिला है, गुरु के बिना भगवान को प्राप्त करना संभव नहीं है। समय-समय पर इस धरती पर महान संतों का अवतरण हुआ है। पूर्ण सतगुरु की खोज के लिए हमें अपने धार्मिक ग्रंथ शास्त्रों की सहायता लेनी चाहिए। पूर्ण संत महापुरख हमें शास्त्रानुसार दिव्य ज्ञान देकर ईश्वर की भक्ति से जोड़ते हैं। हमें इस जीवन को जीते हुए उस भगवान की सच्ची भक्ति प्राप्त करनी चाहिए।
आगे साध्वी जी ने अपने विचारों में कहा कि सभी प्राणियों में मनुष्य का जन्म इस बात का संकेत है कि भगवान हम पे प्रसन्न होकर हमे इस भवसागर से पार लगाना चाहते हैं। केवल एक चीज की आवश्यकता है वह है हमारा पुरुषार्थ। मनुष्य जन्म में आकर ही मनुष्य संसार के बंधनों से मुक्त होने की युक्ति प्राप्त कर सकता है।
कार्यक्रम के दौरान साध्वी रमन भारती जी द्वारा भजन कीर्तन गाया गया। अंत में प्रसाद वितरित किया गया।