शिक्षक नरेश प्रसाद पटेल के सेवानिवृत्त होने पर आयोजित हुआ विदाई समारोह
कटनी /
विदाई एक ऐसा पल है जब हमें अपने अतीत की यादें संजोने का मौका मिलता है। और भविष्य के सपनों को बुनने का समय मिलता है। यह वो समय है जब आप अपने अनुभवों से सीखते हैं और अपने अगले सफर की तैयारी करते हैं। आपने यहाँ जो कुछ भी सीखा है वह आपकी आने वाली जिंदगी में हमेशा काम आएगा आपके साथ रहेगा।
विदाई के समय ऑंखों में आंसू आ सकते हैं, मन में उदासी हो सकती है, लेकिन हमें यह याद रखना होगा कि यह विदाई हमारी प्रगति का एक नया अध्याय है। बड़वारा जनपद अंतर्गत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बसाड़ी में विदाई समारोह नरेश प्रसाद पटेल शिक्षक के सेवानिवृत्त होने पर आयोजित सम्मान कार्यक्रम में विघालय द्वारा दी गई इस अवसर पर स्कूल के शिक्षकों ने उनका सम्मान पुष्प गुच्छे से किया प्राचार्य जे. एल. बुनकर ने नरेश प्रसाद पटेल के जीवन परिचय व उनके कार्य शैली पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि वे व्यवहार कुशल, अनुशासन प्रिय व छात्र हित में कार्य किया। विभाष दुबे ने कहा कि आदर्श शिक्षक में जो गुण होने चाहिए वो सारे गुण इनके अंदर निहीत है शेष समय को आनंद पूर्वक परिवार के साथ व्यतीत करने व समाज के लिए ईश्वर में मन लगाने की बात कही पुष्पलता दुबे ने कि इनके कुशल नेतृत्व व सहृदयता एवं इनके कुशल कार्य क्षमता की प्रशंसा की। कार्यक्रम का कुशल संचालन विजय पटेल ने किया उन्होंने कहा कि नरेश प्रसाद पटेल जी के लेखन कला और कार्य के प्रति इनकी लगन की सराहना की। इस अवसर पर प्रताप अहिरवार, तुलसी राम कनौजिया, पूनम गुप्ता, अजय गर्ग, सौरव सिंह, प्रदीप पटेल, अभय तिवारी, राजेश सूर्यवंशी, ललिता बुनकर, सचिन दुबे, परशुराम पटेल, जितेन्द्र द्विवेदी, पूजा मिश्रा, मनीषा द्विवेदी, अनामिका चंदानन, पिंयका, बिमला, श्रुति दुबे, आदिती, ज्योति पटेल ने शाल, श्रीफल, अभिनंदन पत्र, स्मृति चिन्ह आदि देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में नरेश प्रसाद पटेल को बैंड बाजे ढोल नगाड़े के साथ घर तक विदाई दी गई।