वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
एम डब्ल्यू बी बहुत जल्दी प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल व हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का अभिनंदन करेगी : चंद्र शेखर धरणी।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दिया पत्रकारों को बड़ा तोहफा।
पत्रकारों व उनके परिवारों को भी मिलेगी कैशलेस मेडिकल सुविधा।
सोमवार को सत्र के दौरान मिलेगी मंजूरी।
एमडब्ल्यूबी के गठन का उद्देश्य हुआ सफल।
चंडीगढ : प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेश के पत्रकारों को एक बड़ा तोहफा देने का ऐलान कर दिया है। मुख्यमंत्री ने पत्रकारों व उनके परिवारों को कैशलेस मेडिकल सुविधा देने की घोषणा कर दी है जिस पर सोमवार को सत्र के दौरान औपचारिक मोहर लग जाएगी। यह पत्रकारों के लिए एक बहुत बड़ी राहत देने वाली खबर है। इस घोषणा के बाद मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन के सदस्यों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। क्योंकि पहले दिन से पत्रकारों को यह सुविधा दिलवाने की कोशिशें एसोसिएशन लगातार अध्यक्ष चंद्रशेखर धरनी के नेतृत्व में कर रही थी। जिसे लेकर संस्था द्वारा अपने हर कार्यक्रम के दौरान इस मांग को जोर शोर से उठाया भी जाता रहा तथा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपें जाते रहे। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल से भी कई बार इस विषय को लेकर विशेष वार्तालाप होता रहा है। इसके साथ-साथ मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन के एक कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री अनिल विज द्वारा भी पत्रकारों को यह अधिकार दिलवाने हेतु अपने स्तर पर मुख्यमंत्री के सामने रखने का वायदा किया गया था। जिसे लेकर उनके द्वारा भरसक प्रयास भी किए गए। पूर्व में भाजपा के कई बड़े नेताओं के सामने भी इस विषय को जोर-जोर से उठाया गया। आखिरकार संस्था की मेहनत रंग लाई। क्योंकि प्रदेश में एकमात्र ही यह संस्था इस विषय को लगातार जोर-शोर से उठती रही है। जिसका लाभ अब आने वाले समय में प्रदेश के पत्रकारों को मिलना शुरू हो जाएगा। इस घोषणा के बाद एसोसिएशन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं सहयोगी सभी नेताओं- मंत्रियों का तह दिल से धन्यवाद करते हुए घोषणा की है कि जल्द संस्था एक विशाल कार्यक्रम का आयोजन कर मुख्यमंत्री का अभिनंदन व धन्यवाद करेगी।
मुख्यमंत्री के अभिनंदन में एमडब्ल्यूबी जल्द करेगी विशाल कार्यक्रम का आयोजन।
पूर्व में भी संस्था ने पत्रकारों को दिलवाए हैं कई अधिकार।
बता दे कि यह घोषणा संस्था के लिए इसलिए भी विशेष है क्योंकि संस्था के गठन का उद्देश्य भी यही था। कोरोना काल के दौरान जब पत्रकारों को पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही थी जिस कारण कई पत्रकार व उनके परिवार के सदस्यों को अपनी जान तक गवानी पड़ी। उस दौरान प्रदेश के बेहद वरिष्ठ पत्रकार चंद्रशेखर धरणी द्वारा वास्तव में पत्रकारों के लिएये समर्पित एक संगठन के गठन का फैसला लिया गया था। जिसे लेकर प्रदेश भर के वरिष्ठ पत्रकारों व अपने साथियों से सलाह मशवरा करके इसका गठन किया गया और पहले दिन से ही इस मुख्य विशेष मांग के साथ-साथ लगातार प्रदेश सरकार के नुमाइंदों के सामने तरह-तरह की डिमांड्स रखी गई। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा बहुत सी मांगे मानी भी गई, कैबिनेट मंत्री अनिल विज भी सरकार के सामने पत्रकारों की वकालत करते रहे। साथ ही पूर्व विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता, कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर, मूलचंद शर्मा समेत मुख्यमंत्री की मीडिया टीम के विशेष सदस्य प्रवीण अत्रेय पत्रकारों के लिए बेहद फलदाई साबित हुए। मुख्यमंत्री के सामने बेहद सकारात्मक तरीके से इन मांगों को रख पत्रकारों को उनके अधिकार दिलवाए गए। संस्था लगातार इस मांग को लेकर अड़ी हुई थी, जिसे स्वीकार करते हुए आखिरकार प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इसे जायज माना और अब इसकी घोषणा करने के बाद से ही संस्था के सभी सदस्यों में एक खुशी की लहर दौड़ पड़ी है और भारतीय जनता पार्टी की सरकार व सरकार के मुखिया नायब सिंह सैनी का विशेष आभार जताते हुए संस्था के अध्यक्ष चंद्रशेखर धरणी ने जल्द ही प्रदेश स्तरीय एक बड़े कार्यक्रम करने की घोषणा की है।
ठोस तरीके से पत्रकारों के हितों में कभी नहीं उठाए गए थे कदम।
बता दे कि मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन की कोशिशों के कारण ही पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा पत्रकारों के लिए पेंशन योजना का शुभआरंभ किया गया था। इसके साथ-साथ पत्रकारों के लिए लगातार संस्था के प्रयास जारी रहे। चंद्रशेखर धरणी की अध्यक्षता में लगातार सरकार के नुमाइंदों को आमंत्रित कर कार्यक्रमों के आयोजन किए गए और बहुत सी मांगे संस्था के बैनर तले मंत्रिमंडल के सदस्यों के सामने रखी जाती रही। इन अथक प्रयासों के कारण ही बहुत से अधिकतर पत्रकारों को मिल पाने की सफलता हासिल हुई है। जबकि इससे पहले लगातार अन्य वर्गों की आवाज उठाने वाला यह पत्रकार वर्ग सरकारी लबों से लगातार वंचित रहता रहा है। पूर्व में कभी ठोस तरीके से पत्रकारों की आवाज को बुलंद नहीं किया गया। जिस कारण से सरकारों का ध्यान भी पत्रकारों पर कभी नहीं गया था। लेकिन मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन जब से गठित हुई तभी से लगातार कई प्रयास सफल हो पाए हैं और अब यह कैशलेस मेडिकल सुविधा पत्रकारों व उनके परिवारों के लिए वरदान साबित होने जा रही है।
अनिल विज ने मुख्यमंत्री से पत्रकारों की वकालत की कही थी बात।
प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल विज द्वारा संस्था के एक कार्यक्रम के दौरान मंच से कैशलेस मेडिकल सुविधा के लिए मुख्यमंत्री से आवेदन करने की भी बात कही गई थी। क्योंकि वह उस दौरान स्वास्थ्य मंत्री थे। उसी दिन से संस्था के सदस्य काफी उत्साहित थे। अब प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस पर सहमति जता दी है। यह संस्था के लिए एक बड़ी जीत मानी जा सकती है और पत्रकारों के लिए बेहद लाभान्वित कर देने वाला यह फैसला साबित होगा। इसमें मुख्यमंत्री के मीडिया सेक्रेटरी प्रवीण अत्रेय का संस्था को बड़ा सहयोग मिला है। जिन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के सामने इस बात को बहुत पॉजिटिव तरीके से रखा। इसके लिए प्रदेश के पत्रकार सदस्यों ने उनका भी विशेष आभार व्यक्त किया है।
संस्था निजी कोष से लगातार गंभीर बीमारियों के दौरान पत्रकारों की करती रही है मदद।
ऐसा नहीं कि पत्रकारों के अधिकारों के लिए केवल सरकारों के सामने ही संस्था द्वारा आवाज उठ जाती रही है। संस्था अपने निजी कोष से भी लगातार पत्रकारों की मदद करती रही है। प्रदेश के कई पत्रकारों को निजी कोष से बड़ी राशि संस्था द्वारा दी जाती रही है। कैंसर -किडनी ट्रांसप्लांट इत्यादि के कई मामले ऐसे सामने आए जब संस्था ने बढ़-चढ़कर आगे कदम बढ़ाए। क्योंकि गंभीर बीमारियों के दौरान बड़े आर्थिक बोझ का दबाव परिवार पर ना पड़े इसके लिए संस्था ने परिवारों की काफी मदद की है। अगर यह कुल राशि का अनुमान लगाया जाए तो यह काफी बड़ा बजट संस्था द्वारा खर्च किया गया है।