वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
कुवि के पर्यावरण अध्ययन संस्थान में इंटरैक्टिव व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित।
कुरुक्षेत्र, 21 नवंबर : ब्रौनगार्ट पर्यावरण संरक्षण प्रोत्साहन एजेंसी हैम्बर्ग, जर्मनी की परियोजना प्रबंधक डॉ. रितु शर्मा ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पर्यावरण अध्ययन संस्थान में क्रैडल टू क्रैडलः लीविंग ए बिग एंड पॉजिटिव फुटप्रिंट विषय पर इंटरैक्टिव व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि पांच तत्व (पंचमहाभूत) यानी पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के साथ-साथ हमारे पर्यावरण की रक्षा के लिए बहुत आवश्यक हैं। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने आयुर्वेद से पर्यावरण में अपना करियर बनाया और जर्मनी में अपना शोध पूरा किया। उन्होंने छात्रों और विभिन्न विभागों के शोध विद्वानों के साथ क्रैडल-टू-क्रैडल कैसे काम करता है और अर्थव्यवस्था, समाज और पर्यावरण के बीच संबंधों के बारे में बातचीत की।
उन्होंने बताया कि इंसान ही स्मॉग एपिसोड और माइक्रोप्लास्टिक समस्याओं के लिए जिम्मेदार हैं जिनका सामना आज दुनिया कर रही है। उन्होंने तीन आर चक्र यानी रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकिल के बारे में भी बात की। उन्होंने जैविक और तकनीकी चक्रों के बारे में बताया कि कैसे ये चक्र नकारात्मक पदचिह्नों को कम करने में मदद करते हैं। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए और उन्हें पर्यावरण प्रदूषण को कम करने और भारतीय अर्थव्यवस्था को एक स्थायी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए सकारात्मक कदम उठाने के लिए जागरूक करते हुए अपनी बात समाप्त की।
पर्यावरण अध्ययन संस्थान के निदेशक प्रोफेसर जितेंद्र शर्मा ने कहा कि विशेषज्ञों के साथ इस तरह की बातचीत से छात्रों में जागरूकता आती है और उन्हें बेहतर करने के लिए प्रेरित किया जाता है।
इस अवसर पर डॉ. हरदीप राय शर्मा, डॉ. संदीप गुप्ता, डॉ. मीनाक्षी सुहाग, डॉ. दीप्ति ग्रोवर, डॉ. पूजा अरोड़ा और विजय कुमार मौजूद थे।