जिला अस्पताल प्रशासन ने कहा शव ले जाएं परिजन, मेरी जिम्मेदारी नहीं
अतरौलिया आजमगढ़ कोरोना वायरस ने जनपद आजमगढ़ में गुरुवार को तीसरी जान ले ली। वैश्विक महामारी के चलते गुरुवार की शाम जिला अस्पताल में भर्ती कोरोना पाजिटिव महिला मरीज ने दम तोड़ दिया। जबकि मृतका के ससुर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
नगर के हीरापट्टी क्षेत्र में निवास करने वाले एक पूर्व स्वास्थ्यकर्मी एवं उनकी पुत्रवधू को वायरल फीवर के चलते जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उपचाराधीन पुत्रवधू ने गुरुवार की शाम जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। जबकि वायरल बुखार से पीड़ित ससुर का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। गुरुवार की शाम विवाहिता की मौत के बाद जिला अस्पताल प्रशासन ने शव को छूने से इंकार कर दिया। कारण कि उसकी मौत के बाद मृतका की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आ गई। जिला अस्पताल में वर्षों तक अपनी सेवा दे चुके इस पूर्व स्वास्थ्यकर्मी की बात करें तो कभी महकमे में उसकी तूती बोलती थी। लेकिन गुरुवार की शाम उसके परिवार की महिला के शव को अस्पताल कर्मियों ने ना छूने की बात कह कर अपनी संवेदनहीनता का परिचय दे दिया। देर शाम तक परिजन शव के अंतिम संस्कार के लिए भागदौड़ करते रहे। वहीं जिला अस्पताल प्रशासन का कहना है कि कोविड-19 से संबंधित मरीजों के लिए चक्रपानपुर स्थित सुपर फैसिलिटी अस्पताल को नामित किया गया है, ऐसे में हम कुछ नहीं कर सकते।
बता दें कि गुरूवार को पीजीआई चक्रपानपुर में सुबह दो कोरोना मरीजों की मौत हो गयी। जिसमें एक मरीज मुबारकपुर की रहने वाली 65 वर्षीय महिला है। वहीं दूसरा मरीज बलिया जनपद का 40 वर्षीय युवक है। अतरौलिया आजमगढ़ से वी वी न्यूज संवाददाता विवेक जायसवाल की रिपोर्ट