श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर में नवरात्र पर हुई मां कात्यायनी देवी की पूजा

श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर में नवरात्र पर हुई मां कात्यायनी देवी की पूजा।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
मां कात्यायनी देवी को प्रसन्न करने से होती है हर मनोकामना पूर्ण : महंत जगन्नाथ पुरी।
कुरुक्षेत्र, 4 अप्रैल : मारकंडा नदी के तट पर श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में नवरात्र के अवसर पर मानव समाज के कल्याण एवं विश्व शांति के लिए निरंतर मां दुर्गा शक्ति की आराधना एवं पूजा चल रही है। अखिल भारतीय श्री मारकंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी एवं संतों के सान्निध्य में बारह ज्योतिर्लिंगों पर अनुष्ठान के बाद लाई गई मां भगवती की अखंड ज्योति पर मंत्रोच्चारण के साथ विद्वान ब्राह्मणों द्वारा छठे दिन मां कात्यायनी देवी स्वरूप की पूजा अर्चना की गई। साथ ही नवरात्र सप्तमी की माता कालरात्रि की पूजा भी की गई। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि मां भगवती के विभिन्न स्वरूपों में मां कात्यायनी स्वरूप का पसंदीदा रंग लाल रंग है। मां के कात्यायनी देवी स्वरूप को शहद बहुत प्रिय है। इस दिन भोग के रूप में माता रानी को शहद अर्पित किया जाता है। उन्होंने बताया कि नवरात्र के छठे दिन मां कात्यायनी को शहद का भोग लगाने से आकर्षण शक्ति में वृद्धि होती है। इस मौके भजन संध्या का भी आयोजन किया गया जिस में मां भगवती की महिमा के गुणगान और भजनों से वातावरण भक्ति रस में सराबोर गया। नवरात्र सप्तमी भी साथ ही होने के कारण देवी कालरात्रि को समर्पित करते हुए महाआरती हुई, जिसमे आस्था से श्रद्धालु शामिल हुए। मंदिर में देवी कालरात्रि स्वरूप में मनोहारी श्रृंगार किया गया। इस अवसर पर स्वामी संतोषानंद, स्वामी पृथ्वी पुरी, नुकूल शास्त्री, बिल्लू पुजारी, मंजीत कौर, सुखवंत कौर, कविता, प्रमिला सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे।
नवरात्रों के अवसर पर महंत जगन्नाथ पुरी।