तराई पूर्वी वन प्रभाग हल्द्वानी की डौली रेंज की टीम द्वारा मानव वन्य जीव संघर्ष की रोकथाम की कार्यवाहीआबादी से लगे ग्रामीण क्षेत्रों में 250 उत्पाती कटखने बंदरों तथा लंगूरों का किया गया रेस्क्यू
प्रभागीय वनाधिकारी संदीप कुमार तथा उप प्रभागीय वनाधिकारी ध्रुव सिंह मार्तोलिया के निर्देशन में वन विभाग की डौली रेंज लालकुआं द्वारा विशेष अभियान चलाते हुए मथुरा से बुलाए गए बंदर पकड़ने की विशेषज्ञ टीम के साथ मिलकर ग्राम गडरिया बाग , शांतिपुरी क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाते हुए विगत 02 दिनो में विभिन्न क्षेत्रों , स्कूल परिसर , मंदिर परिसर से कटखने बंदरों सहित लगभग 250 बंदर तथा लंगूर पकड़ कर ग्रामीणों को बंदरों के आतंक से मुक्ति दिलायी। ज्ञातव्य है कि पिछले काफ़ी समय से उक्त आबादी के क्षेत्रों में बंदरों के कारण समस्या बनी हुईं थी। ग्राम प्रधान चम्पा क़ोरँगा ख़ामियाँ 2 , ग्राम प्रधान ख़ामियाँ 1 विमला जोशी तथा ग्राम प्रधान गड़रिया बाग रूप सिंह ने बताया कि बंदरों द्वारा फसल , घरों के राशन नुक़सान तथा लोगों को चोटिल किया जा रहा था जिस कारण क्षेत्र की जनता आतंकित थी। अभिभावक संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र क़ोरँगा ने बताया कि। GIC शांतिपुरी स्कूल परिसर में भी बंदरों के कारण स्कूल के बच्चे आतंकित थे जिस कारण स बच्चों के पठन- पाठन में व्यवधान उत्पन्न हो रहा था। विभाग की टीम द्वारा बंदरों के रेस्क्यू कार्य किए जाने से अब इस समस्या से ग्रामीणों तथा स्कूल के बच्चों को समस्या से निजात मिलेगी। वन क्षेत्राधिकारी डौली रेंज अनिल जोशी ने बताया कि आबादी क्षेत्र से रेस्क्यू किए गए बंदरों को नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही करते हुए सुदूर वन क्षेत्रों में विशेष रूप से ऐसे चिन्हित स्थानो में रिलीज़ किया जाएगा जिन क्षेत्रों में बंदरों के भोजन -पानी की प्राकृतिक व्यवस्था हो ताकि आबादी क्षेत्रों में पुनः बंदरों का प्रवेश ना हो तथा मानव वन्य जीव संघर्ष की सम्भावना को कम किया जा सके। क्षेत्र के समस्त ग्राम प्रधान तथा ग्राम निवासियों द्वारा वन विभाग के इस कार्य हेतु बहुत आभार जताया। इस अवसर पर टीकम सिंह क़ोरँगा, शेखर क़ोरँगा, बिशन क़ोरँगा, कैलाश जोशी , तारा मेहरा, प्रभु दत्त , चंदन क़ोरँगा , पूर्व सैनिक डी डी उपाध्याय सहित अनेक ग्रामीण उपस्थित थे।