ब्यूरो चीफ सैयद हामिद अली अजमेर
सूफी इस्लामिक बोर्ड ने प्रेसवार्ता की
बोर्ड ने भारत के 27 राज्यों के अपने 200 से अधिक ज़िला संगठनों के द्वारा ज्ञापन दिये
अजमेर। आज अजमेर के अंदरकोट स्थित सकीना पार्किंग में सूफी इस्लामिक बोर्ड गुजरात प्रदेश अध्यक्ष सूफी सय्यद ख़ालिद नक़वी अल हुसैनी की अध्यक्षता में प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया
जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता और प्रभारी संगठन सूफी मोहम्मद कौसर हसन मजीदी एडवोकेट ने कहा कि आज हम लोग हमारे दिलों पर हुकूमत करने वाले हिन्द के राजा सरकार ग़रीब नवाज़ की मुक़द्दस सरजमीं पर मौजूद हैं। आज हम बारगाहे ग़रीब नवाज़ में इस लिये इकट्ठा हुए कि हम गुलामे ख्वाजा अपने शहंशाह को यह बता दें कि उनके हिंदुस्तान की अज़मत को कुछ लोग पामाल कर रहे हैं मुल्क में फ़िरक़ा परस्ती पैदा करके मुल्क को दंगों की गिरफ्त में ला रहे हैं
सूफी इस्लामिक बोर्ड पिछले 5 अप्रैल से लगातार राष्ट्रव्यापी मुहिम आये दिन देश मे विभिन्न धर्मों पर की जाने वाली अमर्यादित टिप्पणियों को रोकने के लिए भारत के महामहिम राष्ट्रपति जी से एक क़ानून बनाने की मांग कर रहा है। जिसके सम्बन्ध में हमारे बोर्ड के द्वारा भारत के 27 राज्यों के अपने 200 से अधिक ज़िला संगठनों के द्वारा ज़िला अधिकारियों के माध्यम से ज्ञापन दिये जा चुके हैं।
हम हुकूमते हिन्द से यह मांग करते हैं कि आये दिन मुल्क में होने वाली इन हरकतों को रोके कि कभी हिन्दू देवी देवता तो कभी औलिया पीर पैगम्बर कभी सूफी दरगाह ख़ानक़ाह और दीगर मज़हबी रसूमात पर उंगली उठाई जाती है जिससे देश का साम्प्रदायिक सौहार्द का वातावरण खराब होता है।
सरकार ग़रीब नवाज़ ने मुल्क में अमन ओ यकजहती के लिए मोहब्बत का पैग़ाम दिया उस पैगाम से सारी दुनिया को फ़ैज़ हासिल हुआ है।
एक सवाल के जवाब में सूफी कौसर मजीदी ने कहा कि हिन्दू और मुसलमान इस देश का अभिन्न अंग हैं जिसे किसी भी हाल में एक दूसरे से अलग नहीं किया जा सकता है देश की आत्मा हिन्दू मुस्लिम एकता है और इसे तोड़ने का प्रयास करना देश की आत्मा पर प्रहार है जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए गुजरात प्रदेश अध्यक्ष पीर सूफी सय्यद ख़ालिद नक़वी अल हुसैनी ने कहा कि माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा आज क़ुरआन की 26 आयतों पर उंगली उठाने वाले शिया बोर्ड उत्तर प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिज़वी की याचिका को पचास हजार रुपये के जुर्माने का साथ खारिज किया है इसका हम खुले दिल से स्वागत करते हैं उच्चतम न्यायालय के इस निर्णय ने असत्य पर सत्य की विजय की मुहर लगाई है।
उन्होंने यह भी कहा कि जिस प्रकार आये दिन साम्प्रदायिक बयान दिए जा रहे हैं और अभी हाल में ही नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा पैगम्बर मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहवसल्लम पर की गई अभद्र टिप्पणी देश का माहौल खराब करने के लिए है जिसके पीछे कोई विदेशी ताक़त हो सकती है इस तथ्य से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि राष्ट्र तोड़क शक्तियों में शीर्ष पर विराजमान पीएफआई भी शामिल हो सरकार सूक्ष्मता के साथ इसकी जांच कराए
प्रेस वार्ता में प्रमुख रूप से राजस्थान प्रदेश सूफी इस्लामिक बोर्ड अशफ़ाक़ उल्लाह खान यूथ ब्रिगेड प्रदेश अध्यक्ष तनवीर खान मौलाइ कमेटी गुलज़मान खान,नफ़ीस खान,शाहरुख, मोहम्मद हुसैन आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।