संस्कृत भारती हरियाणा का जनपद सम्मेलन आयोजित।
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कुरुक्षेत्र, 14 अपै्रल :-
संस्कृत भारती हरियाणा द्वारा श्रीमदभगवदगीता वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बुधवार को जनपद सम्मेलन आयोजित किया। जानकारी देते हुए प्रांत कोष प्रमुख हरिदेव शास्त्री ने बताया कि संस्कृत भारती सम्पूर्ण विश्व में संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करती है। आज आयोजित जनपद सम्मेलन में संस्कृत भारती के 156 कार्यकत्र्ता एवं जिले के अनेक संस्कृतानुरागी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में संस्कृत के प्रख्यात विद्वान डॉ. सुरेन्द्र मोहन मिश्र एवं मातृभूमि सेवा मिशन के संयोजक डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र ने मां शारदा चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन करके शुभारंभ किया। द्वितीय सत्र में श्रीस्थाणवीश्वर महादेव मंदिर से रोशन लाल मौदगिल, आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बलदेव धीमान एवं दार्शनिक डॉ. हिम्मत सिंह सिन्हा ने अपने विचार रखे। अपने वक्तव्य में डॉ. सिन्हा ने कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने संस्कृत भाषा को राष्ट्र भाषा बनाने का प्रस्ताव रखा था। आज संस्कृत भारती संस्कृत भाषा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। अतएव हम सभी को संस्कृत भाषा का अभ्यास करना होगा। डॉ. बलदेव धीमान ने अपने सम्बोधन में कहा कि संस्कृत विश्व की प्राचीन एवं देव वाणी है। इसके बिना आयुर्वेद को समझना असंभव है। सभी देशवासियों को यह प्रण लेना होगा कि हम दैनिक दिनचर्य में संस्कृत को अपनाएं। इसके लिए आवश्यक है सभी को संस्कृत संभाषण का प्रशिक्षण दिया जाए। जनपद सम्मेलन में अनेक विद्यार्थियों ने गीत, श्लोक, संवाद एवं लघु नाटिका संस्कृत भाषा में प्रस्तुत किया। इस अवसर पर श्रीमदभगवदगीता वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य अनिल कुलश्रेष्ठ, पूर्व प्राचार्य रतनचंद सरदाना, संस्कृत भारती के जिलाध्यक्ष कृष्ण कुमार मिश्र, जिला मंत्री जयप्रकाश शर्मा एवं प्रांत साहित्य प्रमुख पुष्पेन्द्र सहित ज्येष्ठ कार्यकत्र्ता उपस्थित रहे।