अनुसूचित प्राथमिक पाठशाला गिरधरपुर आजमगढ़ के स्कूल को बंद किये जाने से नाराज़ ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन

आजमगढ़ ब्यूरो।
आजमगढ़ जनपद के तहसील सदर के शिक्षा क्षेत्र पल्हनी के प्राथमिक पाठशाला गिरधरपुर की मान्यता सन् 1955 में स्थायी रूप से जिला परिषद द्वारा प्राप्त है तभी से यह विद्यालय अनवरत आज तक चलता आ रहा है इस विद्यालय में तीन पद शासन से स्वीकृत है तथा धीरे-धीरे सभी अध्यापक सेवा निवृत्त हो चुके एवं पहले प्रबंधकीय विद्यालय होने के कारण इसमें नियुक्तिया नहीं हो सकी एवं विभाग द्वारा आज तक अनवरत चलया जा रहा है वर्तमान समय में समाज कल्याण विभाग द्वारा विद्यालय को बन्द किये जाने का फरमान जारी किया है। जबकि इस विद्यालय द्वारा प्रेरणा पोर्टल पर 89 बच्चे पंजीकृत भी है एवं दो रसोईया की भी नियुक्त हैं जो कि विधवा है इसी विद्यालय के पारश्रमिक उनका जीवन यापन चलता है एवं दीन सत्र में ही स्कूल को बन्द किए जाने से इन सभी के जीवन पर प्रभार पड़ेगा एवं इस विद्यालय से परिषदीय विद्यालय की दूरी रोड मार्ग से 15 किलो मीटर से अधिक है।
उक्त संस्थान का विद्यालय अनुसूचित जाति बाहुल्य इत्ताके में संचालित है विद्यालय में 95 प्रतिशत अनुसूचित जाति के बच्चे हैं अगर यह विद्यालय बंद हो गया तो बहुत से गरीब बच्चों का शिक्षण कार्य अवरूद्ध हो जायेगा। अनुसूचित जाति के बच्चे शिक्षा से वंचित हो जाएँगे।