स्वदेशी सांझा बाजार में उमड़ा उत्साह, आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम : सुभाष सुधा

स्वदेशी उत्पादों, कला और संस्कृति को बढ़ावा देना है कार्यक्रम का उद्देश्य आयोजन।
स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी के साथ हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी का दोहराया संकल्प।
कुरुक्षेत्र, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक 19 अक्टूबर : हरियाणा के पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि स्वदेशी सांझा बाजार में उमड़े जिला के नागरिकों का उत्साह, आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम का बढ़ा रहा है। उन्होंने जिलावासियों का आह्वान किया कि इस त्योहारी सीजन में स्वदेशी को प्राथमिकता देने का संकल्प लें। सभी लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मेक इन इंडिया, मेक फार द वल्र्ड के मूलमंत्र को अपनाएं और इसे आत्मसात करें।
हरियाणा के पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा रविवार को केशव पार्क में चल रहे तीन दिवसीय स्वदेशी सांझा बाजार के समापन अवसर पर बोल रहे थे। इस स्वदेशी झांसा बाजार में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। स्वदेशी सांझा बाजार में मिट्टी के दीये, गुल्लक, कालीन, हस्तशिल्प, आभूषण और पारंपरिक परिधानों के स्टॉलों पर भारी भीड़ उमड़ी। कार्यक्रम में स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी के साथ हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी का संकल्प दोहराया गया।
पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि स्वदेशी केवल एक नारा नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर और विकसित भारत की नींव है। यह प्राचीन काल से सनातन संस्कृति की हमारी जीवन पद्धति है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक आत्मनिर्भर भारत का जो संकल्प लिया है, उसे पूरा करने में यह अभियान और मजबूती देगा। स्वदेशी का संकल्प किसानों, कारीगरों, छोटे व्यापारियों व उद्यमियों के प्रति सम्मान का विषय भी है।
उन्होंने कहा कि स्वदेशी का संकल्प केवल आर्थिक मजबूती का साधन नहीं, बल्कि मातृभूमि के प्रति हमारा प्रेम और समर्पण है। जब हम स्वदेशी अपनाते हैं तो न केवल देश की माटी से जुड़ते हैं, बल्कि अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि स्वदेशी आंदोलन ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भी नई ऊर्जा का संचार किया था। आज स्वदेशी का स्वरूप केवल खादी और दीयों तक सीमित नहीं है। यह ब्रह्मोस मिसाइल, तेजस विमान, सेमीकंडक्टर, डिजिटल इंडिया, यूपीआइ जैसी तकनीक तक फैल चुका है।
उन्होंने कहा कि युवाओं को स्टार्टअप, डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से स्वदेशी उद्यमिता की ओर अग्रसर किया जाएगा। जीएसटी दरों में कमी से व्यापारियों व आमजन को फायदा हुआ है। स्वदेशी सांझा बाजार में बीते दिनों कई जनप्रतिनिधि और अधिकारियों ने भी शिरकत की और स्टॉलों का निरीक्षण कर उद्यमियों का उत्साहवर्धन किया। इस आयोजन का उद्देश्य प्रतिदिन नई प्रस्तुतियों और कार्यक्रमों के माध्यम से स्वदेशी उत्पादों, कला और संस्कृति को बढ़ावा देना है।