संविधान केवल दस्तावेज नहीं बल्कि आदर्श नागरिक जीवन का आधार : डॉ. वीरेन्द्र पाल

संविधान केवल दस्तावेज नहीं बल्कि आदर्श नागरिक जीवन का आधार : डॉ. वीरेन्द्र पाल
केयू विधि संस्थान द्वारा साप्ताहिक संविधान जागरूकता मुहिम का आयोजन।
कुरुक्षेत्र, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक 19 नवंबर : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति माननीय प्रो. सोमनाथ सचदेवा जी के कुशल मार्गदर्शन में विधि संस्थान द्वारा कुरुक्षेत्र जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वाधान में साप्ताहिक संविधान जागरूकता मुहिम का शुभारम्भ हुआ। इस अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव लेफ्टिनेंट डॉ. वीरेन्द्र पाल ने संविधान जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कहा कि संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि राष्ट्र के चरित्र, आदर्श, मार्गदर्शन और नागरिक जीवन का आधार है। उन्होंने युवा पीढ़ी का विशेष आह्वान करते हुए कहा कि लोकतंत्र को सशक्त बनाने के लिए संविधान की समझ और उसका सम्मान करना प्रत्येक नागरिक का दायित्व है। उन्होंने कहा कि ऐसे जागरूकता अभियान समाज में सभी वर्गों के लोगों के लिए लाभदायक है और इस आयोजन के लिए उन्होंने संस्थान के सभी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई दी।
केयू विधि संस्थान की निदेशिका प्रो. सुशीला चौहान ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और विधि संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में संविधान जागरूकता रैली का उद्देश्य भारत की लोकतांत्रिक परंपरा को सशक्त बनाने और जनसाधारण को संविधान की मूल भावना से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि आज के डिजिटल और तीव्र परिवर्तनशील दौर में संविधान की समझ और नागरिक जिम्मेदारी की भावना को मजबूत करना अत्यंत आवश्यक है।
इस अवसर पर प्रो. अमित लुदरी, विधि संस्थान के उपनिदेशक डॉ. रमेश सिरोही, डॉ. जय किशन भारद्वाज, डॉ. तृप्ति चौधरी, डॉ. नीरज बातिश, डॉ. पूनम शर्मा, डॉ. सुमित कुमार व डॉ. सुनील भारती सहित विद्यार्थी मौजूद रहे।




