आत्मरक्षा केवल शारीरिक सुरक्षा तक सीमित नहीं है : डॉ. वीरेन्द्र पाल

युवाओं को सशक्त बनाने हेतु आधुनिक आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का दूसरा दिन।
कुरुक्षेत्र, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक 19 नवंबर : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में आयोजित तीन दिवसीय आत्म रक्षा प्रशिक्षण शिविर में दूसरे दिन बतौर मुख्यातिथि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव लेफ्टिनेंट डॉ. वीरेन्द्र पाल ने कहा कि आत्मरक्षा केवल शारीरिक सुरक्षा तक सीमित नहीं है बल्कि मानसिक आत्मबल और आत्मविश्वास का आधार भी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के महत्व को समझना हर नागरिक, विशेषकर महिलाओं के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को आत्मविश्वास और साहस के साथ अपने अधिकारों और सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देने के साथ हुई।
यह शिविर शिक्षण विभाग की एनएसएस इकाई एवं यूथ सोशलग्राम फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में संचालित किया जा रहा है। शिविर में विद्यार्थियों को आत्मरक्षा की प्रभावी एवं आधुनिक तकनीकों का व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। शिविर में कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. निधि माथुर (एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर) एवं आयोजक डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. ए.आर. चौधरी के मार्गदर्शन में प्रशिक्षक रोहताश कुमार विद्यार्थियों को विभिन्न आत्मरक्षा कौशलों का प्रशिक्षण दे रहे हैं। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सामुदायिक केन्द्र में संचालित शिविर में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए आत्मरक्षा की विविध तकनीकों का अभ्यास किया।




