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बी के गीता दीदी ने घर कैसे बने मंदिर विषय पर महिलाओं को दिया व्याख्यान

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)

बरेली : भीनमाल (राजस्थान) से पधारी गीता दीदी ने ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जी.आई.सी. ऑडिटोरियम में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि घर को मंदिर बनाने के लिए परिवार में प्रेम, अपनत्व, तालमेल और संवाद कायम करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि पहले घरों में सभी सदस्य एक-दूसरे के सुख-दुख में सहभागी होते थे, लेकिन आजकल जीवनशैली और सोच में बदलाव के कारण घरों में रिश्तों में दरार, अविश्वास और दूरी बढ़ गई है। युवा वर्ग जीवन से थक चुका है, नशे के शिकार हो रहे हैं और परिवार बिखर रहे हैं।गीता दीदी ने कहा कि वह घर मंदिर बन सकता है जहाँ शुद्ध वातावरण, संवाद, सहयोग, प्रेम और पवित्रता हो। उन्होंने उपस्थित लोगों को सलाह दी कि अपनों के साथ समय बिताएं, संवाद बनाए रखें और रिश्तों के लिए थोड़ा वक्त जरूर निकालें। उनके अनुसार घर की दिव्यता और शुद्ध विचार ही उसे सचमुच का आश्रम या मंदिर बनाते हैं।इस अवसर पर नीतू कन्नौजिया (जिला सूचना अधिकारी), डॉ अंजू ऊपल (डायरेक्टर, ब्लड सेंटर), सोनल जी (प्रेसिडेंट, इनर व्हील ग्लोरी स्पार्क), अर्चना सक्सेना (शिक्षक, बरेली कॉलेज), वीनू सिंहा (अध्यक्ष, मानव सेवा क्लब), तथा प्रिंसिपल आर्य पुत्री कन्या इंटर कॉलेज समेत कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।प्रातः कालीन सत्र में, व्यापारियों एवं उद्योगपतियों के सम्मेलन में गीता दीदी ने कहा कि व्यापार में प्रतिस्पर्धा और चुनौतियों का सामना करने के लिए पॉजिटिव कम्युनिकेशन, शांत स्वभाव और मधुर व्यवहार जरूरी है। उन्होंने बताया कि आत्मविश्वास, अनुशासन, सकारात्मक सोच, आत्मनियंत्रण जैसी आन्तरिक शक्तियां प्रत्येक व्यक्ति को हर परिस्थिति में सक्षम बनाती हैं। इस सत्र में अनुराग सक्सेना (अध्यक्ष, होटल वेलफेयर एसोसिएशन), अशोक गोयल (अशोका फोम), राजेंद्र घिल्डियाल, हरीश मलिक समेत 150 व्यापारी उपस्थित रहे। दीप प्रज्ज्वलन के साथ इस सम्मेलन की शुरुआत हुई।कार्यक्रम के दौरान, नीता दीदी ने सभी अतिथियों का स्वागत एवं परिचय कराया, पारुल दीदी ने गीता दीदी का विस्तृत जीवन परिचय प्रस्तुत किया जबकि संचालन की जिम्मेदारी रजनी दीदी ने निभाई। मोहित भाई द्वारा प्रस्तुत गीत ने माहौल को अध्यात्मिक रंग से सराबोर कर दिया।

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