श्री गुरु तेग बहादुर जी ने मानवता, धर्म और देश की रक्षा के लिए दिया महान बलिदान : नायब सिंह सैनी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्री गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस समागम, महाभारत अनुभव केंद्र व अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में करेंगे शिरकत।
अनुभव केंद्र में पंचजन्य का भी किया जाएगा उद्घाटन, महाभारत अनुभव केंद्र को खोला जाएगा देश-विदेश के पर्यटकों के लिए। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कार्यक्रमों स्थलों का किया निरीक्षण।
कुरुक्षेत्र, प्रमोद कौशिक 21 नवंबर : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी ने मानवता, धर्म और देश की रक्षा के लिए महान बलिदान दिया जिसे प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाना आवश्यक है ताकि आने वाली पीढिय़ां इस प्रेरणादायक इतिहास से सीख ले सके। गुरुओं की तप-त्याग का संदेश और गौरवशाली इतिहास को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से हरियाणा सरकार और हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी वर्ष को ज्योतिसर में भव्य स्तर पर मनाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिरकत करेंगे। इसके बाद महाभारत अनुभव केंद्र का प्रधानमंत्री द्वारा अवलोकन भी किया जाएगा और इस महाभारत अनुभव केंद्र को देश व विदेश के पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। इसी परिसर में पंचजन्य का उद्घाटन भी प्रधानमंत्री द्वारा किया जाना है। इसके साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव कार्यक्रम में शिरकत करेंगे और महाआरती में भाग लेंगे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी शुक्रवार को ज्योतिसर कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक केएम पांडुरंग, पूर्व राज्य मंत्री सुभाष सुधा, प्रधान सचिव कला रामचंद्रन, पर्यटन विभाग के निदेशक डा. शालीन ने कार्यक्रम स्थल और अनुभव केंद्र का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अधिकारियों को कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी वर्ष के उपलक्ष्य में प्रदेशभर में चार पवित्र नगर कीर्तन यात्राएं निकाली जा रही है, जो हरियाणा के सभी जिलों से गुजरेंगी। इन यात्राओं का समापन 24 नवंबर को कुरुक्षेत्र में होगा, 25 नवंबर को श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस पर कुरुक्षेत्र में महा समागम का आयोजन होगा। उन्होंने साध-संगत से निवेदन किया कि वे परिवार सहित कुरुक्षेत्र की पावन धरती पर पहुंचकर इस ऐतिहासिक महा समागम का हिस्सा बनें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार भी गुरुओं और महापुरुषों की परंपरा, शिक्षा और त्याग को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इसी कड़ी में राज्य सरकार ने श्री गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती को बड़े सम्मान और श्रद्धा के साथ मनाया और अब श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी वर्ष को भी अत्यंत भव्य स्तर पर आयोजित किया जा रहा है। श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें बलिदान दिवस को परिवर्तन का अवसर बताते हुए उन्होंने कहा कि हमारे गुरुओं ने धर्म और मानवता की रक्षा के लिए जो महान बलिदान दिया, हमें उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए समाज और देश के लिए योगदान देना चाहिए। प्रदेश सरकार की ओर से किए गए विभिन्न कार्यों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुनानगर में श्री गुरु तेग बहादुर के नाम से कृषि विश्वविद्यालय स्थापित करने की घोषणा सरकार द्वारा की गई है। सिरसा स्थित चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय में श्री गुरु तेग बहादुर जी के नाम से एक चेयर स्थापित करने का निर्णय लिया गया है, ताकि नई पीढिय़ां गुरु जी के जीवन, दर्शन और बलिदान पर शोध कर सके।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि पंचकूला से पोंटा साहिब तक की सडक़ का नाम श्री गुरु गोविंद सिंह जी के नाम पर रखा गया है। इसी प्रकार, कुरुक्षत्र से लोहगढ़ साहिब सडक़ का नाम बाबा बंदा सिंह बहादुर के नाम पर रखा गया है। सिरसा स्थित गुरुद्वारा श्री चिल्ला साहिब को 70 कनाल भूमि निशुल्क प्रदान की गई है। लोहगढ़ में बाबा बंदा सिंह बहादुर स्मारक का शिलान्यास किया गया है। गुरुओं के बलिदान और मानवता के लिए किए गए अतुलनीय योगदान को जन-जन तक पहुंचाना सरकार का संकल्प है ताकि आने वाली पीढिय़ां इन पावन प्रेरणाओं से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें। इस मौके पर ओएसडी प्रभलीन सिंह, जिलाध्यक्ष तिजेंद्र सिंह गोल्डी, चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर, जिला परिषद की चेयरपर्सन कंवलजीत कौर, जयभगवान शर्मा डीडी, सुभाष कलसाना, गुरनाम सैनी, रविंद्र सांगवान, एएसपी प्रतीक गहलोत, एसडीएम अभिनव सिवाच सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।



