जादू कोई चमत्कार नहीं, बल्कि एक कला है : जादूगर सम्राट शंकर

विश्व विख्यात जादूगर सम्राट शंकर द्वारा मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर में दिखाए जा रहे है जादू के शो।
5 दिसंबर तक रोजाना आयोजित किए जा रहे 2 शो।
कुरुक्षेत्र, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक 28 नवंबर : अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 में कला एवं सांस्कृतिक विभाग हरियाणा के सौजन्य से विश्व विख्यात जादूगर सम्राट शंकर का शो भरतमुनि रंगशाला कला कीर्ति भवन में आयोजित किया जा रहा है। केडीबी कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान जादूगर सम्राट शंकर ने बातचीत करते हुए बताया कि संसार में चमत्कार नाम की कोई चीज नहीं है, बल्कि जादू तो एक कला है। सरकार के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं, नशा रोको अभियान सहित अन्य मुहिम को आगे बढ़ाने काम जादू कार्यक्रमों के माध्यम से किया जा रहा है।
जादूगर सम्राट शंकर ने बताया कि वे अभी तक 30 हजार से भी अधिक शो कर चुके है। भरतमुनि रंगशाला कला कीर्ति भवन (मल्टी आर्ट कल्चर सेंटर) के सभागार में 5 दिसंबर 2025 तक रोजाना दो शो आयोजित किए जाएंगे। शो का समय दोपहर 1 बजे व सांय 4 बजे रहेगा। इसके लिए प्रवेश नि:शुल्क रहेगा। जादूगर सम्राट शंकर ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे जादू का शो अवश्य देखे, साथ ही अपने बच्चों को भी दिखाएं। उन्होंने 50 वर्षों से अधिक समय तक भारत और विदेशों में प्राचीन जादू कला को पुनर्जीवित करने और उसका प्रचार प्रसार करने के लिए खुद को समर्पित कर विश्वभर में 30 हजार से अधिक जादू शो किए है, जिनमें से 20 हजार शो चैरिटी के लिए किए है। वे देश-विदेश में जादू के शो कर चुके है। लंदन में उन्होंने सभी घडिय़ों का टाइम बदल दिया था।
उन्होंने कहा कि जादू एक कला है। ये पूरा पारिवारिक शो है। इसमें बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, पानी को बचाने, कन्या भूण हत्या व नशा जैसी कुरीतियों पर ऐसे नए शो बनाए गए है जिससे समाज को जागरूक किया जा सके। वर्तमान में बच्चे मोबाइल का ज्यादा प्रयोग कर रहे है। इसके लिए उन्होंने ऐसे-ऐसे आइटम बनाए है, जो बच्चे दो घंटे तक देखेंगे और मोबाइल से दूर रहेंगे। जादूगर शंकर ने कहा कि मात्र बारह साल की उम्र में उन्होंने जादू की कला सीखी थी। उसके बाद पीछे मुडक़र नहीं देखा। जादूगर शंकर ने इस मौके पर जादू के कई नमूने भी पेश किए। इस अवसर पर उनके साथ जूनियर सम्राट शंकर भी मौजूद रहे।




