5 लाख लोगों ने किया एक साथ गीता पाठ

गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज की अध्यक्षता में कोलकाता में हुआ आयोजन।
कुरुक्षेत्र, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक 8 दिसम्बर : कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में सनातन संस्कृति संसद के सौजन्य से आयोजित गीता पाठ कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि पश्चिम बंगाल ने भारत को अनेक दिव्यताएं दी हैं। गोड़िया परंपरा, रामकृष्ण मिशन, भारत सेवा आश्रम आदि दिव्यताएं पश्चिम बंगाल की ही देन हैं। एक साथ 5 लाख सामूहिक गीता पाठ कार्यक्रम में उपस्थित लाखों की संख्या में सनातनियों को संबोधित करते हुए गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि पश्चिम बंगाल ने ओंकार नाथ ठाकुर, रविंद्र नाथ ठाकुर सुभाष चंद्र बोस व खुदी राम बोस जैसे देशभक्त पैदा करने साथ-साथ देश के लिए राष्ट्रगान व राष्ट्रगीत भी अवतरित किए हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के 19 वर्षीय बालक खुदी राम बोस को फांसी के फंदे पर लटकाते हुए जब उनकी आखिरी इच्छा पूछी गई तो उन्होंने कहा कि मेरे हाथ में जो जीता है, फांसी के फंदे तक इसे कोई न छीने। खुदी राम बोस बंगाल का वह गौरव है, जिसने फांसी के फंदे को चूमते हुए गीता हाथ में लेकर वंदे मातरम का उद्घोष किया। एक साथ 5 लाख गीता पाठ अभियान से कुरुक्षेत्र लौटने के उपरांत स्वयं गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने बताया कि ब्रिगेड परेड ग्राउंड में जहां पूर्वोत्तर की सभी परंपराओं के लगभग 2 हजार संत एक मंच पर दिखे, वहीं 5 लाख से अधिक सनातन के मानने वाले भारी जन समूह ने गीता पाठ में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा कर सनातन विरोधी ताकतों के विरोध आवाज बुलंद करने का काम किया है। गीता मनीषी ने बताया कि वर्ष 2022 में केवल 5000 की संख्या से प्रारंभ हुआ गीता पाठ का आज 2025 में 5 लाख की संख्या पर पहुंचना सनातन की नई पहल है। जीओ गीता व ज्ञान संस्थानम् द्वारा सामूहिक गीता पाठ के लिए 4 लाख श्रीमद्भगवद्गीता कोलकाता भेजी गई। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने 5 लाख लोगों के एक साथ गीता पाठ अनुष्ठान को भारत माता के गौरव को समर्पित अभियान बताया।
कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में लाखों लोगों को गीता पाठ करवाते गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज।




