बरेली में भी है एक सांता क्लॉज क्रिसमस दिवस की पूर्व संध्या पर खास रिपोर्ट

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : जी हां, बरेली में भी है एक सांता क्लॉज। यह है ग्रीन पार्क निवासी पी. के. अग्रवाल “मासूम” एडवोकेट। सांता क्लॉज तो केवल क्रिसमस पर ही गिफ्ट बांटते है लेकिन बरेली के सांता क्लॉज 12 महीने गिफ्ट बांटते है।
मासूम साहब गिफ्ट बांटने के लिए मशहूर है। इनकी जेब में या बैग में हर समय कुछ न कुछ गिफ्ट आइटम मौजूद रहते है। कचहरी में जिन वकीलों से थोडी भी जान पहचान है उनको उनके जन्मदिन या एनीवर्सरी पर कुछ न कुछ गिफ्ट जरूर बांटते हैं। जब भी भारतीय जनता पार्टी कोई विजय प्राप्त करती है या भारत की टीम किसी भी खेल में जीत हासिल करती है, तो ये भारी मात्रा में गिफ्ट बांटने है और कभी-कभी पार्टी भी करते है। ग्रीन पार्क में सीनियर सिटीजन एसोसिऐशन के सभी सदस्यों को उनके जन्मदिन या एनीवर्सरी पर और होली व दीवाली व नववर्ष पर गिफ्ट बांटने है।
इन्होने लगभग 40 वर्षों से होली पर रंग गुलाल नही खरीदा है और न ही दीवाली पर पटाखे खरीदे है। इनका कहना है कि लोग होली दीवाली पर रंग व पटाखे पर पैसे बरबाद करके परेशानी मोल लेते है। यदि इन पैसों से दूसरो को गिफ्ट दिया जाये तो दूसरे खुश भी होंगे और प्रदूषण भी नही होगा।
मासूम साहब के विशेष शौक भ्रमण करना तथा गिफ्ट बांटना है। यह नेपाल, इटली, फ्रांस, दुबई, अबूधाबी, स्विटजरलैण्ड, अमेरिका तथा कनाडा की यात्रा कर चुके है। देश में कश्मीर से कन्याकुमारी तक यात्रा कर चुके है।
मासूम साहब एक्सीडेन्ट क्लेम केसेज के माहिर माने जाते है। एक तरह से इन्हे बरेली में एक्सीडेन्ट क्लेम केसेज का जन्म दाता कहा जाता है। अपने 45 वर्षों की वकालत में कचहरी में सैकडों चुनाव देखे हैं, किन्तु आज तक इन्होंने किसी भी उम्मीदवार का एक गिलास पानी भी नही पिया है। पिछले 40 वर्षों से 15 अगस्त और 26 जनवरी आदि पर अच्छा खासा चन्दा दे रहे है। किन्तु कभी भी इन अवसरों पर कचहरी में दावत नही खाई। इन्होंने पिछले 40 वर्षों में कचहरी में चाय नहीं पी है।
इन्होने पिछले 43 वर्षो सिनेमा हॉल में पिक्चर नही देखी है। 74 की उर्म में भी लगभग 70 घंटे प्रति सप्ताह काम करते है और 74 वर्ष की उम्र में भी 54 वर्ष से भी कम उम्र के दिखते है।
इन्होने आज तक पीजा, बर्गर, चाउमीन, मोमोज आदि का स्वाद नहीं चखा है। कोल्डड्रिंक, लगभग 10-12 वर्षों से नही पी है। सिगरेट शराब आज तक नही छुई। पान शादी/पार्टी में फ्री का खा लेते है। आज तक सडक पर खडे होकर इन्होने चाट नहीं खाई है।
सीनियर वकील होते हुए भी अपने घर व सीट के आस-पास सडक पर सफाई करने में इन्हे कोई शर्म नही आती। सुनते है कि इनके घर वाले इनसे इसलिए परेशान रहते है, क्योंकि इन्होंने घर के तीन कमरे सिर्फ गिफ्ट से भर रखे है।




