आधुनिक स्वास्थ्य उपकरणों के माध्यम से अपनी फिटनेस को मापें : नवीन जिन्दल

सांसद नवीन जिन्दल की पहल पर स्वास्थ्य जागरूकता शिविर का आयोजन।
द्रोणाचार्य स्टेडियम में खिलाड़ियों व आमजन ने पोषण,फिजियोथेरेपी, ऑर्थोपेडिक परामर्श और बीएमआई जांच का लिया लाभ।
कुरुक्षेत्र (संजीव कुमारी) 24 दिसंबर : सांसद नवीन जिन्दल के मार्गदर्शन में आयोजित सांसद खेल महोत्सव के समापन समारोह के अवसर पर द्रोणाचार्य स्टेडियम, कुरुक्षेत्र में एक विशेष स्वास्थ्य जागरूकता एवं परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर प्रातः 11 बजे से सायं 4 बजे तक खिलाड़ियों, आम नागरिकों एवं आगंतुकों के लिए खुला रहा, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया। इस स्वास्थ्य शिविर का मुख्य उद्देश्य खिलाड़ियों के साथ-साथ आम नागरिकों को स्वस्थ शरीर, सशक्त मन और संतुलित आहार के प्रति जागरूक करना रहा। शिविर में पोषण एवं डाइट काउंसलिंग, फिजियोथेरेपी मार्गदर्शन, ऑर्थोपेडिक परामर्श तथा बीएमआई एवं प्राथमिक स्वास्थ्य जांच जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई गईं।
इस अवसर पर कुरुक्षेत्र के सांसद नवीन जिन्दल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जब हमें अपने शरीर की सही रचना का ज्ञान होता है, तभी हम सही आहार, व्यायाम और जीवनशैली अपना पाते हैं। इस अवसर पर उन्होंने सभी गणमान्य नागरिकों से आग्रह किया कि वे इनबॉडी जैसी तकनीक को अपनाएं।
उन्होंने कहा कि फिट इंडिया और विकसित भारत का सपना तभी साकार होगा, जब हम आधुनिक स्वास्थ्य उपकरणों के माध्यम से अपनी फिटनेस को मापें, समझें और बेहतर बनाएं। इनबॉडी इस दिशा में एक सशक्त कदम है।
उल्लेखनीय है कि शिविर में पोषण एवं डाइट काउंसलिंग के अंतर्गत विशेषज्ञों द्वारा सभी आयु वर्ग के लोगों को संतुलित आहार पर मार्गदर्शन दिया गया। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए विशेष पोषण संबंधी सुझाव दिए गए, वहीं मधुमेह, रक्तचाप और एनीमिया जैसी समस्याओं से संबंधित आहार सलाह भी प्रदान की गई। साथ ही स्थानीय एवं किफायती खाद्य पदार्थों पर आधारित डाइट प्लान की जानकारी देकर लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। विशेषज्ञों ने बताया कि सही पोषण से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और शारीरिक शक्ति के साथ स्वस्थ भविष्य का निर्माण संभव है।
फिजियोथेरेपी मार्गदर्शन एवं जागरूकता सत्र में पीठ, गर्दन और जोड़ों के दर्द से संबंधित जानकारी साझा की गई। दैनिक गतिविधियों के दौरान सही मुद्रा अपनाने, शक्ति एवं लचीलापन बढ़ाने वाले सरल व्यायामों तथा खेलों के दौरान चोट से बचाव के उपाय बताए गए। विशेषज्ञों ने कहा कि नियमित व्यायाम और सही आदतों को अपनाकर लंबे समय तक होने वाले दर्द से बचा जा सकता है।
ऑर्थोपेडिक जानकारी एवं जागरूकता सत्र में हड्डियों और जोड़ों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया गया। घुटने, कूल्हे और अन्य जोड़ों के दर्द, गठिया और आयु से जुड़ी समस्याओं, खेल एवं कार्य के दौरान होने वाली चोटों से बचाव, सही मुद्रा और दैनिक गतिविधियों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने बताया कि समय पर देखभाल और सतर्कता से हड्डियों को लंबे समय तक मजबूत और स्वस्थ रखा जा सकता है।
शिविर में बीएमआई और प्राथमिक स्वास्थ्य जांच की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई। इसके अंतर्गत कद और वजन की माप कर लोगों को कम वजन, स्वस्थ वजन या अधिक वजन की स्थिति के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही मोटापे से जुड़े स्वास्थ्य जोखिमों और जीवनशैली में सुधार के लिए आवश्यक सुझाव भी दिए गए। विशेषज्ञों ने बताया कि बीएमआई की जानकारी लेना स्वास्थ्य सुधार की दिशा में पहला और महत्वपूर्ण कदम है।
इस कैंप में कार्यरत डायटिशियन गुरनूर कौर ने जानकारी देते हुए बताया कि शिविर में इनबॉडी बॉडी कंपोज़िशन एनालाइज़र जैसी आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया। उन्होंने बताया कि यह अत्याधुनिक उपकरण शरीर की संरचना से जुड़ी विस्तृत जानकारी प्रदान करता है, जिसमें मसल मास, बॉडी फैट, बॉडी वाटर सहित कई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संकेतक शामिल हैं। यह मशीन बायोइलेक्ट्रिकल इम्पीडेंस एनालिसिस तकनीक पर आधारित है, जिससे उम्र या लिंग जैसे अनुमान पर निर्भर हुए बिना सटीक परिणाम प्राप्त होते हैं। इसके माध्यम से बेसल मेटाबॉलिक रेट हाइड्रेशन और विसरल फैट जैसे मापदंडों का भी विश्लेषण किया गया, जिससे खिलाड़ियों को अपनी फिटनेस को बेहतर तरीके से समझने में सहायता मिली।
उन्होंने बताया कि इस स्वास्थ्य शिविर के दौरान कुल 110 खिलाड़ियों एवं आम नागरिकों की जांच की गई। साथ ही खिलाड़ियों को उनके खेल, शारीरिक संरचना और आवश्यकताओं के अनुसार व्यक्तिगत डाइट प्लान भी तैयार कर दिए गए, ताकि वे बेहतर प्रदर्शन के साथ स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर हो सकें।




