मध्य प्रदेश //रीवा आईटीआई वापिस ना लेने पर, झूठी शिकायत के आधार पर समाजसेवी एवं पत्रकार के पति को सिरमौर पुलिस ने पीटा
ब्यूरो चीफ //राहुल कुशवाहा रीवा मध्य प्रदेश…8889284934
परिवार कि किसी प्रकार की क्षति होने पर सीएमओ ,थाना प्रभारी , स्वच्छता निरीक्षक, सहित पांच लोगों होंगे जिम्मेदार
सोशल मीडिया में व्यापारिक प्रतिस्पर्धा के चलते एक व्यापारी एवं सिरमौर नगर पंचायत के स्वच्छता निरीक्षक पद पर रहने वाले ने एक पुरानी फोटो शेयर करते हुए शिकायत दर्ज कराई कि लॉकडाउन में उक्त व्यापारी ने दुकान खोल कर लॉक डाउन का उल्लंघन किया है शिकायत को बिना जांच में लिए थाना प्रभारी अपने दल बल के साथ व्यापारी के घर पहुंच कर घर से घसीटते हुए लाठी-डंडों से पीटा और उसके बाद उसे गाड़ी में बैठा कर थाने ले आए जहां उसे एक सादे कागज पर हस्ताक्षर करा कर उसे घर वापस भेज दिया! गौरतलब है कि रीवा जिले की प्रतिष्ठित पत्रकार एवं समाजसेवी सौदामिनी गुप्ता द्वारा नगर पंचायत सिरमौर के भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए एक आरटीआई लगाई गई है! जिसमें से कई घोटालों का पर्दाफाश हो सकता है इस घोटाले में कई रसूखदार पुराने एवं वर्तमान पद पर बैठे अधिकारियों की पोल पट्टी खुल सकती है जिसमें करोड़ों का वारा न्यारा किया गया है आरटीआई को वापस लेने के लिए कई तरह के दबाव डलवाए गए लेकिन जब आईटीआई वापिस सौदामिनी गुप्ता द्वारा नहीं लिया गया तो एक कूट रचित प्लानिंग के तहत लाख डाउन में घर के बगल में रहने वाले कॉविड 19 से संक्रमित बालाजी ट्रेडर्स के संचालक मणिदीप गुप्ता जो नगर परिषद में फर्जी बिलों के भुगतान में शामिल रहा है ने घर के पीछे की एक पुरानी फोटो सोशल मीडिया में वायरल कर इसकी शिकायत सिरमौर थाना प्रभारी विनोद सिंह से की गई कि उक्त व्यापारी अपने घर के पीछे से माल बेच रहा है अपने दल बल के साथ पहुंचे थाना प्रभारी विनोद सिंह , ईएसआई राजेश सिंह आरक्षक वरुण शुक्ला ने समाजसेवी एवं पत्रकार सौदामिनी गुप्ता के पति मिथिलेश गुप्ता को घर के बाहर बुलाकर लाठियों से पीट ना शुरू कर दिया ! मारपीट करते हुए मिथिलेश गुप्ता को पुलिस जीप में बैठाकर थाने ले जाया गया जहां एक सादे कागज पे हस्ताक्षर करा कर उन्हें घर वापस भेज दिया गया समाजसेवी सौदामिनी गुप्ता ने आरोप लगाते हुए कहां की मेरे घर के बगल में बालाजी ट्रेडर्स के संचालक मणिदीप गुप्ता द्वारा प्रतिस्पर्धा के चलते एवं आरटीआई की जानकारी मांगे जाने से पूर्व एवं वर्तमान के कुछ अधिकारियों की पोल पट्टी खुल जाती जिसमें करोड़ों का वारा न्यारा किया गया है इसलिए मेरे से प्रतिस्पर्धा रखने वाले दुकान संचालक से मिलकर नगर पंचायत के पूर्व प्रभारी सीएमओ रह चुके कृपा शंकर मिश्रा द्वारा मिलीभगत कर झूठी शिकायत थाने में की! थाना प्रभारी मेरे घर पर अंदर घुस गए! वर्तमान में पदस्थ नगर पंचायत के एवं पूर्व मे पदस्थ अधिकारियों के द्वारा एक कूट रचित प्लानिंग के तहत यह मारपीट पुलिस से कराई गई है श्रीमती गुप्ता ने इस कार्यवाही के पीछे वर्तमान प्रभारी सीएमओ केएन सिंह, स्वच्छता निरीक्षक कृपा शंकर मिश्रा, बालाजी हार्डवेयर के संचालक मणिदीप गुप्ता एवं उनका परिवार एवं सिरमौर थाना प्रभारी विनोद सिंह, पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहां है कि मुझे या मेरे परिवार के साथ किसी प्रकार की घटना दुर्घटना अगर होती है या फर्जी मुकदमे में फसाया जाता है ! या इनके प्रताड़ित करने से मेरे परिवार को किसी तरह से क्षति पहुंचाई जाती है तो इसके संपूर्ण जबाबदार यह लोग होंगे! अब सवाल यह उठता है कि थाना प्रभारी ने फोटो की जांच क्यों नहीं की! क्या थाना प्रभारी भी इस प्लानिंग में शामिल है ?