हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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पिहोवा :18 ,मई नगर में कच्ची मिट्टी से बनाए जाने वाले ठंडे पानी के फ्रिज बनाने वाले परिवार भूखे मरने की कगार पर है l गर्मियों के लिए कच्ची मिट्टी के फ्रिज को खरीदने वाले पहले ही बहुत कम लोग थे, रही कसर इलेक्ट्रिक वाले फ्रीजो ने पूरी कर दी और अब लॉकडाउन होने के कारण बिक्री बिल्कुल ही बंद हो गई l प्रजापति परिवारो को इस समय संकट का सामना करना पड़ रहा है l इन परिवारों के एक पढ़े लिखे नौजवान ने बताया कि उनका परिवार वर्षों से यह कार्य कर्ता आ रहा है l पहले जिस मिट्टी के घड़े की कीमत ₹ 100 थी वह आज ₹ 50-60 का बिक रहा है l इस कीमत से मेहनत भी पल्ले नहीं पड़ रही l उनका कहना है, की हम यहाँ पर 50, साल से रह रहे है l अब पहले से काम की एवरेज 20-30 प्रतिशत रह गई है l पहले हमें जॊ मिट्टी फ्री मे मिल जाती थी आज वो मिटी की ट्राली 3 हजार तक मिल रही है, और जो गोबर के उपले हम पहले 500 का टम्पू खरीदते थे, आज वो हमे 1500 रुपए तक का मिल रहा है l इसमें मजदुरो को जो काम हम दे रहे थे, कम से कम 40,50 मजदूर बेरोजगार हो गऐ है l मजदूरों के परिवारों पर भी संकट आया हुआ है। परिवार के ही, बिट्टू प्रजापत ने बताया कि हमारा परिवार धान के सीजन में और गेहूं के सीजन में गांव में जाकर मटके बेचा करते थे, जिससे हमें धान व अनाज बदले में मिल जाता था l अब वह भी काम 10 प्रतिशत रह गया l बिट्टू प्रजापत ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से अनुरोध किया है कि इस संकट की घड़ी में हमारे परिवारों को अनुदान राशि देने की घोषणा करें और उन्होंने सरकार से मांग की है की पंजाब की तर्ज पर हरियाणा के प्रजापति समाज का बिजली का बिल हर महीने माफ किया जाए l ताकि हमारे इस समाज को कुछ राहत प्रदान हो सके l
प्रजापति परिवार के सदस्य और बाहर मिट्टी के मटको की लगी कतारे नहीं हो रही बिक्री।