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मधुमक्खी पालन एक व्यवसाय विषय पर हुआ वेबीनार का आयोजन। वेबीनार में मधमक्खी पालन पर की गई विस्तार से चर्चा।
कुरुक्षेत्र 20 मई :- कृषि एवं किसान कल्याण विभाग हरियाणा की अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. सुमिता मिश्रा ने कहा कि प्रधानमन्त्री द्वारा गठित आर्थिक सलाहकार कमेटी की रिपोर्ट पर कार्य किया जा रहा है तथा कमेटी की रिपोर्ट को मध्य नजर रखते हुये हरियाणा सरकार द्वारा मधुमक्खी पालन पर वर्ष 2030 तक की कार्य प्रणाली तैयार की जा रही है, जिसके अन्तर्गत हरियाणा में मधुमक्खी पालन को बढ़ाने की अपार सम्भावनाएं है।
एसीएस सुमिता मिश्रा वीरवार को बागवानी विभाग हरियाण द्वारा आईबीडीसी रामनगर कुरूक्षेत्र में विश्व मधुमक्खी पालन दिवस के उपलक्ष्य में मधुमक्खी पालन एक व्यवसाय विषय पर एक वर्चुवल वैबिनार को सम्बोधित कर रही थी। इस अवसर पर महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय करनाल के कुलपति डा. समर सिंह ने भी मधुमक्खी पालन में विश्वविद्यालय के योगदान बारे में मधुमक्खी पालकों को बताया और मधुमक्खी पालन में आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए कुछ सूझाव दिए।
डॉ0 अर्जुन सिंह सैनी, महानिदेशक उद्यान, हरियाणा, पंचकुला ने भी विभाग द्वारा मधुमक्खी पालन से सम्बन्धित दी जाने वाली सभी प्रकार के अनुदान बारे विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस वैबिनार के तकनीकि सत्र में डा. ओपी चौधरी, प्रमुख वैज्ञानिक, आरआरएस, उचानी (करनाल), डा. मीना ठाकुर, वरिष्ठ वैज्ञानिक, वाईएस प्रमार विश्वविद्यालय, नौनी (हिमाचल-प्रदेश) व डा सुनिता यादव, सहायक वैज्ञानिक, एचएयू हिसार ने अपनी प्रस्तुति के द्वारा मधुमक्खी पालन से सम्बन्धित विभिन्न विषयों के बारे में मधुमक्खी पालकों को बताया। यह वैबिनार मधुमक्खी पालको के लिए काफी ज्ञानवर्धक रहा है। इस वैबिनार में लगभग 300 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
डा. बिल्लु यादव, उप-निदेशक उद्यान, एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केन्द्र, रामनगर द्वारा हरियाणा में मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए विभाग द्वारा दी जा रही सुविधाओं व भविष्य की कार्य प्रणाली के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। वैबिनार में इस केन्द्र के वर्चुअल टूर की भी व्यवस्था की गई ताकि प्रतिभागियों को आईबीडीसी द्वारा दी जानी वाली सभी सुविधाओं के बारे अवगत करवाया जा सके। वैबिनार में मधुमक्खी पालको के रजिस्ट्रेशन के लिए बनाया गया वैब पोर्टल मधु-क्रांति के बारे में भी बताया गया। इसके अतिरिक्त विभाग द्वारा हनी ट्रेड सैन्टर के निर्माण के बारे में भी जानकारी दी गई। वैबिनार के अन्त में डा. मनोज कुण्डु, संयुक्त निदेशक उद्यान, हरियाणा, पंचकुला द्वारा सभी प्रतिभागियों का इस वैबिनार में जुडऩे पर धन्यवाद किया।