ब्यूरो चीफ //राहुल कुशवाहा रीवा मध्य प्रदेश…8889284934
युवा समाजसेवी अजीत तिवारी के निर्देशन एवं तरुणेंद्र द्विवेदी के मार्गदर्शन एवं पंडित शिवम तिवारी के नेतृत्व में तराई क्षेत्र में गरीब एवं असहाय लोगों की हो रही मदद
युवाओं ने जब राशन वितरण करने के लिए लोगों के पास पहुंचे तो गरीबों ने अपनी सारी समस्याएं युवाओं से बताई युवाओं का कहना है की ग्राम पंचायत बरहुला के मोहनपुर में कुछ ऐसे गरीब असहाय एवं विकलांग लोग हैं जिन्हें शासन प्रशासन द्वारा न पेंशन दी जा रही ना ही राशन दिया जा रहा सरकार से अपील है की इन्हे राशन और पेंशन दिया जाना चाहिए।
जवा। लॉकडाउन के दौरान हिन्दू युवा संघ के युवा साथी समाजसेवक द्वारा दूसरे बाहरी राज्य से आए मजदूरों और गरीब परिवारों को राशन वितरित कर रहे हैं। सभी झुग्गी झोपड़ियों में प्रवासी मजदूर और गरीबों को राशन दे रहे हैं। लोगों ने बताया कि इस कठिन समय में जब लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है, वहीं उन्होंने सभी के सहयोग से गरीबों और जरूरतमंद की मदद करने का प्रयास किया है। कोरोना वायरस के खिलाफ हमारी लड़ाई में सामाजिक गड़बड़ी प्रमुख कारण है। लॉकडाउन के कारण बाजार, गली मोहल्लों में सन्नाटा है और पुलिस की तरफ से नाकाबंदी की गई है। इसी के साथ हिन्दू युवा संघ महासचिव पंडित शिवम तिवारी द्वारा गरीबों को राशन दिया, साथ ही ग्रामीण जनों को मास्क सेनेटाइजर देकर उन्हें उनका उपयोग करने के तरीके बताए और लोगों को जागरूक भी किया उन्होंने बताया की कोरोना की रोकथाम में हर वर्ग दे रहा देश का साथ कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए गरीब अमीर हर वर्ग देश का साथ दे रहा है।
सचिव अजय मिश्रा ने युवाओं का हौसला बढ़ाने के लिए एक लाइन कहा गिरने वालों को उठाना है चाहने वालों को गले से लगाना है और बेसहारा लोगों के लिए सहारा बनना है यही हमारी पहचान है ।
उप सचिव निखिल तिवारी जी ने बताया कि इस मुश्किल घड़ी में बहुत से ऐसे लोग हैं जिनको अपनी दिनभर की रोटी के लिए परेशानी हो रही है,एवं उन्हें भूखे पेट सोना पड़ता है इसलिए हम सबने यह कदम उठाया है।
इस मौके पर प्रसून दुबे (यशु),सागर मिश्रा,मोनू कोल,अजय वर्मा मौजूद रहे। आज के कार्य में मुख्य रूप से श्री चंदन द्विवेदी, प्राचार्य विनीत मिश्रा जी,श्री धीरज शुक्ला जी,सोनू शुक्ला जी, श्री जन्मेजय तिवारी जी,अभिषेक तिवारी (चौखन्डी), नलिन दुबे, राजजीत चतुर्वेदी जी,जयराम साहू जी, संदीप पटेल जी आदि का मुख्य रूप से सहयोग महत्वपूर्ण रहा।