हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र :- प्रेरणा कुरुक्षेत्र एवं वसुधैव कुटुम्बकम संस्कृति सेवा आयाम के संयुक्त तत्वावधान में हरा भरा हो कुरुक्षेत्र हमारा पौधारोपण अभियान 2021 का शुभारंभ सेक्टर-30 के जलघर परिसर में किया। प्रेरणा के संस्थापक अध्यक्ष जय भगवान सिंगला, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हथीरा के जीवविज्ञान प्राध्यापक डॉ. तरसेम कौशिक, लिपिक टिक्का सिंह, एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर डॉ. केवल कृष्ण, रोहण बंसल, तनवीर सिंह तथा ट्यूबवेल ऑपरेटर रामू ने जलघर परिसर में रुद्राक्ष के पाँच पौधे रोपित किए। इस अवसर पर जय भगवान सिंगला ने कहा कि पौधे प्रकृति के अभिन्न अंग हैं। पौधों के बिना जीवन संभव नहीं है। पेड़-पौधे पृथ्वी पर जैवविविधता के विकास का आधार हैं। देव तुल्य पेड़-पौधों का संरक्षण एवं संवर्धन करके हम प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, सूखा से स्वयं को बचा सकते हैं। प्राचीन समय में ऋषि मुनि प्रकृति की गोद में रहकर तपस्या किया करते थे क्योंकि पेड़-पौधों के कारण वहां का वातावरण स्वच्छ होता था तथा प्रचुर मात्रा में जीवनदायिनी ऑक्सीजन भी मिलती थी। डॉ. केवल कृष्ण ने बताया कि प्रेरणा के संस्थापक जय भगवान सिंगला ने 108 रुद्राक्ष के पौधे लगाने का संकल्प लिया हुआ है। जिसमें से 85 पौधे लगाए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी वन विभाग कुरुक्षेत्र के सहयोग से सार्वजनिक स्थानों पर फलदार पौधे एवं त्रिवेणी लगाने की योजना है ताकि कुरुक्षेत्र को हरा-भरा बनाया जा सके तथा भविष्य में लोगों को ऑक्सीजन की कमी जैसी भयावह त्रासदी से बचाया जा सके। डॉ. तरसेम कौशिक ने कहा कि रुद्राक्ष का हिंदू संस्कृति में बहुत महत्व है तथा मान्यता है कि रुद्राक्ष भगवान शिव के नेत्रों से उत्पन्न जलबिंदु हैं जो मनुष्य के सभी पापों को नष्ट करते हैं अतः वैश्विक महामारी कोरोना में हम रुद्राक्ष के पौधे रोपित कर रहे हैं ताकि कोरोना का समूल नाश हो सके। उन्होंने कहा कि पौधे न केवल वायुमंडल में प्राणवायु का संचार करते हैं अपितु वायुमंडल में उपस्थित कार्बन डाइऑक्साइड व अन्य विषैली गैसों को अवशोषित कर पारिस्थितिकी तंत्र को भी संतुलित करते हैं।