-मिशन फतेह-
ब्लैक फंगस संक्रमण से जल्दी संक्रमित होते हैं कोरोना मरीज – जिला टीकाकरण अधिकारी-
(कहा ! कोरोना के साथ-साथ ब्लैक फंगस संक्रमण को रोकने और जागरूक होने की सख्त आवश्यकता)
( ब्लैक फंगस संक्रमण के लक्षणों की जानकारी, जांच के तरीके के बारे में दी जानकारी)
मोगा, 24 मई (शालीन शर्मा, जिला संवाददाता, मोगा) –
ब्लैक फंगस नामक संक्रमणों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिन्हें रोकने और सतर्क रहने की आवश्यकता है, क्योंकि कोरोना और हृदय रोग से संक्रमित रोगी जल्दी से संक्रमित हो सकते हैं, जो घातक हो सकता है। ऐसे में हमें अपने स्वास्थ्य और अपने परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रखने और मिशन फतेह के तहत पंजाब सरकार द्वारा जारी किए गए निर्देशों का सख्ती से पालन करने की आवश्यकता है।
मोगा के जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अशोक सिंगला ने कहा कि अनियंत्रित मधुमेह वाले लोग, कम प्रतिरक्षा वाले लोग (एचआईवी, कैंसर, आदि), स्टेरॉयड / इम्युनोमोड्यूलेटर वाले लोग जो कोविड -19 से ठीक हो चुके हैं, ऐसे मरीज जो लंबे समय तक ऑक्सीजन पर रहने से इस संक्रमण का खतरा अधिक होता है।
उन्होंने उपरोक्त व्यक्तियों से अपना विशेष ध्यान रखने की अपील की। चेहरे का दर्द या सूजन, नाक बंद या नाक बहना, दांत दर्द, दांतों का ढीला होना, आंखों में लाली, दर्द या सूजन, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, सिरदर्द, भ्रम, धुंधली दृष्टि या धुंधली दृष्टि इस संक्रमण के लक्षण हैं।
उन्होंने कहा कि सीबीसी समेत अलग-अलग तरीकों से इस संक्रमण का पता लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि अगर किसी मरीज को यह संक्रमण हो जाता है तो हाइपरग्लेसेमिया को नियंत्रित और एंटीफंगल उपचार, सर्जिकल डिहाइड्रेशन और रेडियोलॉजिकल मॉनिटरिंग से इलाज किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस संक्रमण के किसी भी लक्षण की तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल में नाक, कान, गला, दवा, छाती विशेषज्ञ या प्लास्टिक सर्जन से संपर्क कर जांच कराएं ताकि समय रहते संक्रमण का इलाज किया जा सके
उन्होंने आगे कहा कि स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सुझावों के लिए 104 डायल भी कर सकते हैं और अधिक जानकारी के लिए कोवा पंजाब ऐप डाउनलोड कर सकते हैं।