प्रभारी संपादक उत्तराखंड
साग़र मलिक
देहरादून :उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस की प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने उत्तराखंड भाजपा कोर ग्रुप की बैठक पर सवाल खड़े किए हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा चुनावी मोड में रहने वाली पार्टी है। इसलिए सत्ताधारी पार्टी चुनाव नजदीक आते देख डैमेज कंट्रोल करने में जुट गई है। दसौनी ने कहा कि लगातार अपने ग्राफ को गिरते देख भाजपा को कोरोना पीड़ितों की सुध आई है।
प्रवक्ता ने कहा जब प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते हर तरफ तबाही का मंजर था, तो उसके नेताओं और कार्यकर्ताओं ने खुद को आइसोलेट कर जनसंपर्क से दूरी बनाए रखी। लेकिन अब प्रधानमंत्री के कार्यकाल के 2 वर्ष पूर्ण होने पर एक दिन का सेवा दिवस मनाते हुए कोरोना पीड़ितों की सुध लेने के लिए कार्यकर्ताओं से गांव गांव जाने को कहा है। जो मानवता को शर्मसार करने वाला है। दसौनी ने भाजपा से पूछा क्या बीमार लोगों की सेवा सिर्फ अपने पार्टी के झंडे को बुलंद करने के लिए की जाती है? क्या बीमार लोगों की सुध सिर्फ अपने नेता के कार्यकाल पूरा होने पर ही ली जानी चाहिए?
गरिमा ने कहा आज कई स्थानों पर जनता का आक्रोश भाजपा के प्रति दिखाई दे रहा। महामारी के दौरान सत्ता पक्ष के कूप्रबंधन और अव्यवस्थाओं के चलते ही हजारों लोग काल का ग्रास बन गए। ज्यादातर की मौत बीमारी से नहीं बुनियादी सुविधाओं के अभाव में हुई है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि ऐसे में भाजपा डैमेज कंट्रोल करने की कितनी भी कोशिश कर ले या अपने वोट बैंक बढ़ाने की सोचे लेकिन उत्तराखंड की जनता अपने छाले और घाव इतनी आसानी से भूलने वाली नहीं है। वह आगामी चुनाव में भाजपा से अपना बदला लेने की ठान चुकी है।
उन्होंने रामदेव के अमर्यादित बयानों पर भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 4 दिन बीत जाने के बाद भी भाजपा का कोई जिम्मेदार व्यक्ति रामदेव के डॉक्टरों पर किये गए निंदनीय बयानों पर पार्टी का स्टैंड रखने को तैयार नही। दसोनी ने कहा कि रामदेव भाजपा के लिए एक ऐसी मुसीबत बन गए हैं जो ना निगला जा रहा है ना उगला जा रहा।
कांग्रेस की प्रवक्ता ने भाजपा को चेताते हुए कहा के आप उत्तराखंड के अंदर भाजपा कोई भी मॉडल या रणनीति पर विचार विमर्श कर ले उत्तराखंड की जनता उसे माफ करने वाली नहीं।