2019 से लगातार पर्यावरण संरक्षण संघर्ष समिति सेंचुरी पेपर मिल द्वारा फैलाए जा रहे जल प्रदूषण वायु प्रदूषण व ध्वनि प्रदूषण के विरोध में जिला प्रशासन नैनीताल व उत्तराखंड सरकार को अवगत कराती आई है क्षेत्रीय जनता के विरोध के फलस्वरूप जिला प्रशासन नैनीताल ने जिलाधिकारी के नेतृत्व में सात विभागीय टीमों को संयुक्त रूप से भौतिक सत्यापन और जांच की जिम्मेदारी सौंपी परंतु 2 वर्ष से भी अधिक बीत जाने के बावजूद जिला प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं हुई जिससे क्षेत्र के लोगों को प्रदूषण से निजात मिल सके। विगत 2 वर्ष से कोरोना महामारी के दौरान निश्चित रूप जांच प्रभावित हुई परंतु प्रदूषण की समस्या जस की तस बनी हुई है जिससे क्षेत्रवासी अकाल मौत के मुंह में समा रहे हैं। वर्तमान बिगड़ते कोरोना हालातों में सेंचुरी मिल प्रबंधन द्वारा प्रदूषण प्रभावित क्षेत्र खड्डी मोहल्ला नगीना कॉलोनी हाथी खाना घोड़ा नाला शहर लाल कुआं सहित संपूर्ण बिंदुखट्टा वह शांतिपुरी क्षेत्र तक किसी भी प्रकार की उचित सहायता न दिए जाने से क्षेत्र के लोगों में मिल प्रबंधन के खिलाफ काफी नाराजगी है। इसके विरोध में आज क्षेत्र के तमाम समाजिक कार्यकर्ताओं ने अपने घर में रहकर विरोध स्वरूप एक दिवसीय धरना दिया।
धरना देने वालों में मुख्य रूप से आनन्द गोपाल सिंह बिष्ट, इमरान खान, हर्ष बिष्ट, राजू बोरा, रवि कांडपाल, महेंद्र टम्टा आदि शामिल रहे।