प्रभारी संपादक उत्तराखंड
साग़र मलिक
ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि पृथ्वी पर प्रत्येक मनुष्य के अस्तित्व को बचाये रखने के लिए शुद्ध भोजन, स्वच्छ जल और प्रदूषण रहित वायु की जरूरत होती है। अगर ये तीनों तत्व प्रदूषित हो जाएं तो जीवन पर संकट मंडराने लगता है। खाद्य पदार्थ और जल की गुणवत्ता को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा।
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस पर स्वामी चिदानंद सरस्वती ने दूषित भोजन और प्रदूषित जल से होने वाली बीमारियों के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया। इस अवसर पर परमार्थ निकेतन की ओर से निराश्रितों और जरूरतमंद परिवारों को राशन और दैनिक उपयोग में आने वाली वस्तुओं के किट वितरित किए गए। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि इस समय कई लोग बेरोजगार हुए हैं, ऐसे में सबसे पहली जरूरत है भोजन। सभी मिलकर मदद के लिए आगे आएं तो उन परिवारों को संबल प्राप्त होगा और कुछ राहत भी मिलेगी ।