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अर्थ कॉन्स्टिट्यूशन के वैश्विक वेब पटल पर दिग्गज़ों की चर्चा।
नई दिल्ली :- अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में वर्ल्ड कॉन्स्टिट्यूशन एंड पार्लियामेंट एसोसिएशन (अर्थ कॉन्स्टिट्यूशन ) के वैश्विक वेब पटल पर आयोजित विशेष आयोजन में दुनिया भर के विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ उपस्थित रहे , जिन्होंने पृथ्वी पर बदलते पर्यावरण पर गहन चिंतन मंथन किया।
वैश्विक पटल पर दुनिया भर के विशेषज्ञों ने चिंता जताई कि पृथ्वी जीवन का एक इकलौता घर है, इसे संवारने के लिए हर संभव प्रयास होने चाहिए। विशिष्ट वक्ताओं ने कहा कि पृथ्वी पर बदलता पर्यावरण समस्त ब्रह्मांड के लिए बेहद चिंतनीय विषय है। इससे जीवन की परिकल्पना प्रभावित होती है और आज वैश्विक महामारी ने इस तथ्य को प्रमाणित भी कर दिया है। अब जब पूरा विश्व पर्यावरण संतुलन से बुरी तरह प्रभावित है, तब मानव जाति को चेतना ही होगा और वह समस्त उपाय करने होंगे, जिन से पृथ्वी सुरक्षित रह सके। पृथ्वी पर जीव धारी पनप सकें। इसके लिए समस्त जीव मंडल का संरक्षण मानव जाति के द्वारा ही संभव है। अर्थ कॉन्स्टिट्यूशन द्वारा सुझाए गए समस्त निराकरण इस संबंध में उपयोगी साबित हो सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ भी इस ओर गंभीरता से विचार करें।
दिल्ली चैप्टर के प्रेसिडेंट राकेश छोकर के द्वारा संचालित अर्थ कॉन्स्टिट्यूशन के इस वैश्विक पटल पर ग्लोबल प्रेसिडेंट डॉ. गलेन टी मार्टिन ,अमेरिका, पूर्व कैबिनेट मंत्री कालू लाल गुर्जर, चिंतक डॉ. मोहनलाल वर्मा, पर्यावरणविद डॉ. संजीव कुमारी, डॉ. देवनारायण गुर्जर, प्रसिद्ध योगाचार्या डॉ. निशा मुकेश जोशी, ग्रीन मैन विजय पाल सिंह बघेल, अर्थ कॉन्स्टिट्यूशन के अंतर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नरसिम्हा मुर्थही, इंडिया चैप्टर के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मेजर सुशील गोयल, राजीव जोली खोसला, प्रसिद्ध आर्टिस्ट उदित नारायण बैंसला, आर्टिस्ट हनुमान सैनी, अक्षय मेहरे, श्री रामपुर चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. दत्ता विधावे,मनमीत कौर, नीलिमा गुप्ता, मिस चेतना आदि उपस्थित रहे।