पूर्णिया संवाददाता
श्रीनगर हाता पूर्णियां की श्रेय वत्स ने अपने प्रथम प्रयास में ही 64वीं BPSC के अंतिम रूप से आए परिणाम में प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी के रूप में सफल होते हुए परिवार समेत पूरे जिले का नाम रौशन की है।
सुश्री श्रेय वत्स बचपन से ही मेधावी छात्र की तरह अपनी प्रतिभा से स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय तक के सफर में अव्वल परिणामों के साथ सफल होती रही है। और बचपन से ही अपने लक्ष्य के प्रति संघर्षरत रही है। श्रेय वत्स ने इंजियरिंग की पढ़ाई को पूरी करते हुए अफसर बनने के सपने को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित हो गई और इस तरह श्रेय वत्स ने अपने कठिन प्रयासों से यह सफलता प्राप्त की है।
श्रेय वत्स की मानें तो उनके अफसर बनने के सफर में उनके खुद के परिश्रम के साथ—साथ उनके पिता श्री किशोर कुमार मिश्र (GST सुप्रीटेंडेंट) और माता श्रीमती रमा (एडवोकेट) की अहम भूमिका रही है। और साथ ही श्री शशि शेखर झा (मामा) जो की लक्ष्य अकादमी शिक्षण संस्थान के निर्देशक भी हैं, उनके संस्थान में इनके अध्ययन करने की भी बात श्रेय के द्वारा कही गई है।
हालांकि श्रेय वत्स का कहना ये है की भविष्य में उन्हें एक जिलाधिकारी के रूप में सेवा देते हुए अपने समाज वी देश के लिए अभूतपूर्व व अनेकों कार्य को पूरा करने के लक्ष्य को सफल करना है।
बता दू की सुश्री श्रेय वत्स अपने माता पिता श्री किशोर कुमार मिश्र (GST सुप्रीटेंडेंट) श्रीमती रमा (एडवोकेट) की इकलौती संतान हैं।
श्रेय वत्स के दादा जी प्रख्यात शिक्षाविद एवं भूतपूर्व शिक्षा अधिकारी स्व0 श्री दिनेश्वर मिश्रा एवं अनुपमाया देवी की पौत्री हैं। और श्रीनगर हाता पूर्णियां निवासी नाना स्वर्गीय श्री नारायण चंद्र झा (एग्जीक्यूटिव इंजीनियर) एवं नानी श्रीमती ललिता झा की नातिन हैं।