मध्य प्रदेश //रीवा सिटी कोतवाली पुलिस द्वारा पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा चलाये जा रहे ऑपरेशन मुस्कान अभियान के तहत बर्षों से गुम 04 नाबालिग़ बालिकाओं को अलग-अलग स्थानों से दस्तयाब किया जाकर परिजनों को सुपुर्द किया गया
ब्यूरो चीफ// राहुल कुशवाहा रीवा मध्य प्रदेश…8889284934
मामले का संक्षिप्त विवरण:- पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन मुस्कान अभियान के तहत गुमशुदा किशोरियों को दस्तयाब करने के निर्देश पर श्रीमान पुलिस अधीक्षक रीवा श्री राकेश कुमार सिंह व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री शिवकुमार वर्मा जी के कुशल निर्देशन व मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सिटी कोतवाली रीवा निरीक्षक आदित्य प्रताप सिंह परिहार व उनके स्टाफ के द्वारा अलग अलग स्थानों और अलग अलग दिनाँक को थाना क्षेत्र से गुमी हुई 04 नाबालिग बालिकाओं को दस्तयाब किया गया। उपरोक्त गुमसुदा बालिकाओं के अचानक गुम जाने पर परिजनों द्वारा थाना सिटी कोतवाली में प्रकरण दर्ज कराए गए थे जो निम्न हैं :-
- दिनाँक 15.09.14 को गुम 16 वर्षीय नाबालिग बालिका के परिजनों की रिपोर्ट पर थाना में अपराध क्रमांक 764/2014 धारा 363 IPC कायम था जिसको मैहर से दस्तयाब किया गया।
- दिनाँक को गुम 16 वर्षीय नाबालिग बालिका के परिजनों की रिपोर्ट पर थाना में अपराध क्रमांक 259/2016 धारा 363 IPC कायम था जिसको जबलपुर से दस्तयाब किया गया।
- दिनाँक 11.06.2018 को गुम 17 वर्षीय नाबालिग बालिका के परिजनों की रिपोर्ट पर थाना में अपराध क्रमांक 387/2018 धारा 363 IPC कायम था जिसको सिरमौर से दस्तयाब किया गया।
- दिनाँक 27.12.2018 को गुम 16 वर्षीय नाबालिग बालिका के परिजनों की रिपोर्ट पर थाना में अपराध क्रमांक 878/2018 धारा 363 IPC कायम था जिसको कटनी से दस्तयाब किया गया।
उपरोक्त सभी नाबालिग बालिकाओं के संबंध में ऑपरेशन मुस्कान के तहत स्वयं थाना प्रभारी सिटी कोतवाली निरीक्षक आदित्य प्रताप सिंह परिहार द्वारा मामलों की केस डायरियों का अवलोकन कर कड़ियों को जोड़कर गुमसुदा बालिकाओं की जानकारी एकत्रित कर दस्तवाबी हेतु थाना से पुलिस टीम गठित कर सभी को अलग अलग स्थानों से दस्तयाब कर पूछताछ उपरान्त सभी नाबालिग बालिकाओं के परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।
उक्त दस्तवाबी कार्यवाही में थाना प्रभारी सिटी कोतवाली निरीक्षक आदित्य प्रताप सिंह परिहार, उप निरीक्षक दीपक तिवारी, ज्ञानेंद्र सिंह बघेल, एम.पी. द्विवेदी, ASI रामयस रावत, प्रधान आरक्षक दयाशंकर पाण्डेय, आरक्षक जयसिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।