पुलिस अधीक्षक ने कारवाई के बजाय दिया दुसरा थाना
आजमगढ़| थाना मुबारकपुर पुलिस के संरक्षण में हो रही गौकसी, का वीडियो वायरल हुआ था जिसके विरोध को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सुधीर सिंह ने मुबारकपुर थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार व चौकी इंचार्ज कमलनयन दुबे को लाइन हाजिर या निलंबित करने की बजाय बनाया जहानागंज थानाध्यक्ष दुसरे कोतवाली चौकी इंचार्ज को बलरामपुर स्थानांतरीत कर दिया था। लेकिन ताज्जुब की बात यह थी कि ऐसे कर्मचारियों के कुकर्म में लिप्त होने के बाद कुछ लोगों द्वारा जमकर विदाई समारोह का आयोजन कराया गया। जिस विदाई समारोह में विदा किए गए थाना अध्यक्ष व चौकी इंचार्ज समेत उपस्थित सभी लोगों ने कोरोना के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई। न तो किसी ने मास्क पहना था ना ही कोई दूरी थी एक दूसरे से ऐसे लिपट रहे थे जैसे वर्षों बाद मिले हो जो नजारा आप तस्वीरों में साफ देख सकते है । जब इस विदाई समारोह का वीडियो वायरल होने लगा तो पुलिस अधीक्षक महोदय ने जांच आदेश दे दिया। सूत्रों की माने तो दोनों अधिकारी काफी पावरफुल व्यक्ति हैं इसलिए पुलिस अधीक्षक महोदय भी कदम सोच-समझकर उठा रहे हैं
वही दूसरी तरफ इस मामले में मोहन उपाध्याय विहिप गौरछा विभाग गोरच्छ प्रांत ने कहा कि ऐसे कुकर्मों में लिप्त लोगों का स्थानांतरण करना कोई सजा नहीं है बल्कि दिखावा हैं इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करना चाहिए पुलिस अधीक्षक की छोटी कार्रवाई से साफ जाहिर होता है किसी ने किसी दबाव में दोनों कर्मचारियों का केवल स्थातरण किया गया है अन्यथा ऐसे कुकर्म करने वाले कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करना भी एक छोटी सजा होगी ऐसे लोगो को तुरंत निलंबित कर देना चाहिए।